अमित शाह से भेंट का समय लेने के तमाम प्रयास विफल हो जाने के बाद हालांकि मुख्यमंत्री येडियूरप्पा ने कहा है कि वे राज्य के दौरे पर शाह के आने पर उनसे विस्तार ेके मसले पर चर्चा करके उनसे हरी झडी प्राप्त करने की कोशिश करेंगे लेकिन मुख्यमंत्री येडियूरप्पा की निरंतर उपेक्षा कर रहे शाह विस्तार की अनुमति दे ही देंगे यह तय नहीं है। वैसे मंत्रिपद के दावेदारों को शाह े के इस दौरे से बड़ी उम्मीदें हैं लिहाजा शाह का प्रदेश दौरा महत्वपूर्ण हो गया है।
बहरहाल, शुक्रवार की शाम राजधानी बेंगलूरु पहुंच रहे अमित शाह राजभवन में रात्रि विश्राम करने के बाद शनिवार सुबह हुब्बली जाकर वहां सीएए के समर्थन में विशाल जनसभा को संबोधित करेंगे और वहां से दुबारा बेंगलूरु लौटने के बाद वे पैलेस मैदान में एक धार्मिक कार्यक्रम में भाग लेकर शनिवार की शाम ही दिल्ली लौट जाएंगे।
इसी दौरान मुख्यमंत्री येडियूरप्पा ने शाह के साथ मंत्रिमंडल के विस्तार के मसले पर चर्चा करने का निर्णय किया है और वे संभवत:17 की रात को या 18 को शाह के साथ इस मसले पर चर्चा करके विस्तार की तारीख तय कर सकते हैं। शाह न जाने किस वजह से येडियूरप्पा से नाराज चल रहे हैं।
हालांकि उपचुनाव जीतने के बाद शाह व मोदी दोनों ने येडियूरप्पा की पीठ थपथपाई थी लेकिन इसके बाद मंत्रिमंडल के विस्तार के मसले पर आगा पीछा करना समझ से परे की बात है।
गत दिनों प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के तुमकूरु में कृषि मंत्रालय के कार्यक्रम में भाग लेन के दौरान येडियूरप्पा ने केन्द्र सरकार से बाढ़ राहत के लिए धन नहीं देने व सिंचाई परियोजनाओं को पूरा करने के लिए 50 हजार करोड़ रुपए का विशेष पैकेज देने की मंच से मांग की थी। संभवत: यही वजह है कि इससे क्षुब्ध होकर केन्द्रीय नेता येडियूरप्पा को मंत्रिमंडल के विस्तार की अनुमति नहीं दे रहे हैं। मंत्रिमंडल के विस्तार की अनुमति मिलती है या येडियूरप्पा को विदेश दौरे से लौटकर आने के बाद मिलने को कहा जाता है इस बारे में सारी स्थिति शाह के दो दिवसीय प्रवास से स्पष्ट हो जाएगी।