बैंगलोर

क्रोध हंसी की हत्या करता है

हलसूरु में धर्मसभा

बैंगलोरNov 20, 2019 / 04:12 pm

Yogesh Sharma

क्रोध हंसी की हत्या करता है

बेंगलूरु. हलसूर जैन स्थानक में विराजित साध्वी प्रतिभाश्री ने कहा कि क्रोध समुद्र की तरफ बहरा होता है, और आग की तरह उतावला होता है। क्रोध हंसी की हत्या करता है। ओसामा बिन लादेन ने अमेरिका के वल्र्ड ट्रेड सेंटर पर हमला कर नुकसान पहुंचाया। जवाब में अमेरिका ने जो युद्ध किए वह सब एक दूसरे के गुस्से का ही परिणाम है। शांति प्रक्रिया के तहत दुनिया को वह मंजर देखने को ना मिलता जो अमेरिका ने अफगानिस्तान और इराक में किया। बड़े से बड़े दावानल को भी समय रहते शांत कर दिया जाए तो विनाश होने से बचाया जा सकता। अन्यथा कई समुद्रों का पानी पीकर भी दावानल को शांत नहीं किया जा सकता। समय रहते संभल जाए तो एक प्याले पानी से बड़े से बड़ा दावानल को शांत किया जा सकता है। साध्वी दीक्षिताश्री ने कहा कि क्रोध का पिता घमंड होता है। उपेक्षा जहां है व मां ईष्र्या का राग द्वेष है, बेटा और पिता है विवेक को भुला देते हैं, जिस प्रकार दूध के उफान आने पर पानी की बूंदे डालने पर उफान कम हो जाता है। उसी प्रकार क्रोध आने पर दो शब्द मेरे बोलने पर क्रोध को गुस्से को गायब किया जाता है प्यार से घर को आनंद में बनाया जा सकता है। हलसूर संघ के अध्यक्ष किशनलाल कोठारी ने आभार व्यक्त किया। अभय कुमार बांठीया ने बताया की रोज सुबह 9.15 बजे से 10.15 बजे तक हलसूर स्थानक में प्रवचन होगा।

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