सूत्रों के मुताबिक सिद्धू विरोधी खेमे से आने वाले केएच मुनियप्पा ने मंगलवार को दिल्ली में पार्टी के सांसदों के साथ बैठक की जिसमें आलाकमान से दोनों नेताओं का इस्तीफा स्वीकार करने की मांग की गई।
ये नेता हार के लिए जिम्मेदारी तय करने की भी मांग कर रहे हैं। ये नेता अपनी मांग के समर्थन में सिद्धू विरोधी अन्य नेताओं से भी मुलाकात करेंगे।
इस्तीफा वापस लेने की अपील
उधर, सिद्धू नेताओं का खेमा भी सक्रिय हो गया है। यह खेमा चाहता है कि सिद्धू इस्तीफा वापस ले लें और पद पर बने रहें। नेताओं के इस खेमे का कहना है कि हार के लिए सिर्फ जिम्मेदार नहीं हैं, पार्टी को उनके महत्व को समझना चाहिए।
इस्तीफा वापस लेने की अपील
उधर, सिद्धू नेताओं का खेमा भी सक्रिय हो गया है। यह खेमा चाहता है कि सिद्धू इस्तीफा वापस ले लें और पद पर बने रहें। नेताओं के इस खेमे का कहना है कि हार के लिए सिर्फ जिम्मेदार नहीं हैं, पार्टी को उनके महत्व को समझना चाहिए।
इन नेताओं का कहना है कि पार्टी अभी जिस स्थिति में है उसमें सिद्धू जैसे चेहरे की जरुरत है जिसकी पहचान पूरे राज्य में है। इस खेमे के नेताओं की बैठक में सिद्धू के समर्थन में बूथ स्तर तक हस्ताक्षर अभियान चलाने पर विचार किया गया। कुछ नेताओं ने सिद्धू से भेंट कर इस्तीफा वापस लेने की भी मांग की है।
सिद्धू समर्थक नेताओं का खेमा भी दिल्ली जाकर पार्टी की कार्यकारी अध्यक्ष सोनिया गांधी से मिलने की तैयारी में है। हालांकि, प्रदेश प्रभारी महासचिव केसी वेणुगोपाल पहले ही कह चुके हैं कि सिद्धू और दिनेश के इस्तीफे पर आलाकमान निर्णय करेगा।