विशेषज्ञ चिकित्सकों के अनुसार बेहद कसा मास्क पहन दौडऩा, साइक्लिंग, भारी या तेज व्यायाम सेहत के लिए फायदेमेंद से ज्यादा नुकसानदेह हो सकता है। जॉगिंग के दौरान फेफडों को सामान्य से 20 गुना ज्यादा ऑक्सीजन की जरूरत पड़ती है। इसके लिए हृदय और फेफड़ों को 20 गुना ज्यादा काम करना पड़ता है।
हृदयाघात या ब्रेन स्ट्रोक का भी खतरा
पल्मोनोलॉजिस्ट डॉ. अजीत कुमार के अनुसार दौड़ते या व्यायाम करते समय एन-95 मास्क पहनना घातक हो सकता है क्योंकि ये चेहरे से चिपका होता है। सांस के मरीज व धूम्रपान करने के आदि लोग तो टाइट मास्क पहन बिल्कुल न दौड़ें। हृदय और ब्रेन दोनों में ऑक्सीजन स्तर घटने से हृदयघात या ब्रेन स्ट्रोक का खतरा रहता है। मास्क पहन कर रनिंग करने से फेफड़ों पर अतिरिक्त दबाव बढ़ता है और ऑक्सीजन भी पर्याप्त मात्रा में नहीं मिल पाती है। फेफड़ों को क्षमता से ज्यादा काम करना पड़ता है और वे जवाब दे देते हैं। मास्क पहन कर व्यायाम कर रहे शख्स को अगर सिर में हल्कापन और शरीर के किसी अंग में झुनझुनाहट महसूस हो, सांस फूलने लगे और शरीर सुन्न होने का अहसास हो तो सावधान हो जाना चाहिए।
तेज चलना बेहतर विकल्प
पल्मोनोलॉजिस्ट डॉ. सचिन डी. ने बताया कि कोई भी मास्क सांस लेने में बाधा पैदा करता है। रक्त में ऑक्सीजन की आपूर्ति घटती है। मास्क के साथ जल्दी थकना सामान्य है। पहले से अन्य बीमारियों से ग्रस्त लोगों को मास्क के साथ व्यायाम नहीं करना चाहिए। तेज चलना दौडऩे से बेहतर विकल्प है।
ऐसी जगह व्यायाम करें जहां मास्क पहनने की जरूरत नहीं हो। इसके लिए घर का वातावरण अनुकूल है। बाहर व्यायाम करने की स्थिति में ऐसी जगह चुने जहां छह से 10 फीट दूर तक कोई दूसरा व्यक्ति न हो।