7 दिसंबर 2025,

रविवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

सुपारी उत्पादकों ने की सोप्पीनबेट्टा और कान भूमि देने की मांग

उत्पादक इस संबंध में राजस्व मंत्री कृष्ण बायरे गौड़ा को ज्ञापन सौंपेंगे।

less than 1 minute read
Google source verification

शिवमोग्गा जिले के सुपारी Betel उत्पादकों ने राज्य सरकार से आग्रह किया है कि कोडुगू जिले में बाने भूमि की तर्ज पर मालनाड क्षेत्र में सोप्पीनबेट्टा और कान भूमि भी किसानों को दी जाए। उत्पादक इस संबंध में राजस्व मंत्री कृष्ण बायरे गौड़ा को ज्ञापन सौंपेंगे।

शिवमोग्गा जिला सुपारी उत्पादक संघ के अध्यक्ष रमेश हेगड़े ने शनिवार को शिवमोग्गा में आयोजित एक प्रेस वार्ता ने कहा कि राज्य सरकार ने 2011 में कर्नाटक भूमि सुधार अधिनियम 1964 में संशोधन को अपनाया और कोडुगू जिले में बाने भूमि देने का फैसला किया।बाने भूमि के समान सोपिनबेट्टा और कान भूमि विशेष विशेषाधिकार प्राप्त भूमि थी। भूमि को विशेष विशेषाधिकार प्राप्त भूमि के रूप में नामित किया गया था क्योंकि उत्पादकों को खेती के उद्देश्यों के लिए उनकी आवश्यकता थी।

उन्होंने कहा कि सुपारी उत्पादक या तो जलाऊ लकड़ी खरीदने या हरी खाद की खेती के लिए ऐसी भूमि पर निर्भर हैं। इसलिए, मलनाड क्षेत्र में कुछ भूमि को विशेष विशेषाधिकार प्राप्त भूमि के रूप में नामित किया गया है। हेगड़े ने कहा कि बहुत पहले सरकार ने सोपिनबेट्टा और कान भूमि के अनुदान की अनुमति दी थी। हालांकि, बाद में भाजपा शासन के दौरान ऐसी भूमि को वन भूमि घोषित कर दिया गया और तब से भूमि अनुदान के लिए आवेदन आना बंद हो गया।