हर वर्ष प्रशिक्षण के दौरान लकड़ी का हौदा लादकर हाथियों का अभ्यास कराया जाता है, जबकि विजयदशमी के दिन जम्बो सवारी के दौरान कैप्टन हाथी अपनी पीठ पर 750 किग्रा वजनी स्वर्ण हौदा में देवी चामुंडेश्वरी की प्रतिमा लेकर चलता है। हाथियों के प्रशिक्षण की निगरानी कर रहे अधिकारियों के अनुसार स्वर्ण हौदा उठाने के लिए अर्जुन पूरी तरह से तैयार है।
उसकी पीठ पर करीब 900 किग्रा तक वजन लादा जाएगा, ताकि वह जम्बो सवारी के लिए पूरी तरह से सहज रहे। अर्जुन के अतिरिक्त कुछ अन्य हाथियों को भी वजन उठाने का प्रशिक्षण दिया जा रहा है, ताकि किसी आपात स्थिति में कोई परेशानी न आए।
हौदा उठाए अर्जुन को देखने उमड़े लोग
अभ्यास में पहली बार लकड़ी का हौदा लेकर चल रहे अर्जुन को देखने के लिए पूरे रास्ते में बड़ी संख्या में लोग मौजूद रहे। बारह अन्य हाथियों के साथ चल रहे अर्जुन के साथ सेल्फी लेने वाले लोगों का उत्साह पूरे चरम पर रहा।
अभ्यास में पहली बार लकड़ी का हौदा लेकर चल रहे अर्जुन को देखने के लिए पूरे रास्ते में बड़ी संख्या में लोग मौजूद रहे। बारह अन्य हाथियों के साथ चल रहे अर्जुन के साथ सेल्फी लेने वाले लोगों का उत्साह पूरे चरम पर रहा।
तार में फंसा हौदा तो खड़ा हो गया अर्जुन
लकड़ी का हौदा उठाकर चल रहा अर्जुन के पांव शहर के सय्याजी रोड पर आरएमसी यार्ड के समीप अचानक थम गए। दरअसल एक तार हौदा में फंस रहा था, जिसका आभास अर्जुन को हो गया और वह बीच सड़क पर दूसरी ओर मुड़कर खड़ा हो गया। अर्जुन के अचानक इस प्रकार दूसरी ओर घूम जाने से महावत और अन्य लोग हतप्रभ हो गए। बाद में उनकी नजर हौदे में फंसे तार पर पड़ी, जिसे तुरंत काटकर नीचे गिराया गया। अर्जुन के इस प्रकार बीच सड़क पर रुकने से कुछ समय के लिए यातातया भी बाधित हो गया।
अधिकारियों के अनुसार उन्होंने हाथियों के गुजरने वाली सड़क पर सभी प्रकार के तार और रस्सियों को 25 फीट से ज्यादा ऊंचाई से ले जाने को कहा है। हौदा में जो तार फंसा है वह बिजली की सजावटी लडिय़ां लगाने के लिए बांधा गया था। इसके फंसने हाथी, हौदा या किसी अन्य को कोई नुकसान नहीं हुआ है।