ट्वीट करते हुए पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि लॉकडाउन जीवन बचाने की दिशा में एक कदम है, लेकिन आजीविका का भी ध्यान रखा जाना चाहिए। इस दौरान उन्होंने केंद्र पर राज्य पर तालाबंदी की घोषणा करने और अपनी जिम्मेदारी से बचने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि केन्द्र सरकार ने खुद घोषणा नहीं करके राज्यों पर यह जिम्मेदारी छोड़ दी ताकि वह राहत कार्यों से पल्ला झाड़ सके।
उन्होंने कहा कि ऐसी खबरें हैं कि राज्य सरकार लॉकडाउन का विस्तार करने पर विचार कर रही है। यदि इसे बढ़ाया जाता है तो जरूरतमंदों को नि:शुल्क भोजन उपलब्ध कराया जाना चाहिए। मालूम हो कि लॉकडाउन के विस्तार का संकेत देते हुए मुख्यमंत्री बीएस येडियूरप्पा ने सोमवार को कहा कि वह लॉकडाउन से सर्वाधिक प्रभावित लोगों के लिए राहत पैकेज प्रदान करने की संभावना पर विचार कर रहे हैं।
संवाददाताओं से मुखातिब सीएम ने कहा कि लॉकडाउन को लेकर चर्चा की जा रही है। अभी कोई निर्णय नहीं लिया गया है।