माइक्रोसैट-आर उपग्रह पर लगाया निशाना
बैंगलोरPublished: Mar 27, 2019 05:30:01 pm
माइक्रोसैट-आर पर लगाया निशानाऐंटी सैटेलाइट मिसाइल के परीक्षण के लिए ही लांच हुआ था यह उपग्रह24 जनवरी को श्रीहरिकोटा से हुआ था लांच
माइक्रोसैट-आर उपग्रह पर लगाया निशाना
बेंगलूरु. भारत ने एक महत्वपूर्ण सामरिक उपलब्धि हासिल करने के लिए धरती की निचली कक्षा (लोअर अर्थ ऑर्बिट या एलइओ) में जिस उपग्रह पर निशाना साधा वह उपग्रह ‘माइक्रोसैट-आरÓ है। इस उपग्रह को इसी वर्ष 24 जनवरी को श्रीहरिकोटा से लांच किया गया था। रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) ने ओडिशा तट के पास एपीजे अब्दुल कलाम द्वीप परिसर से ऐंटी-सैटलाइट मिसाइल का सफल परीक्षण करते हुए लगभग 300 किलोमीटर की कक्षा में परिक्रमा कर रहे इस उपग्रह को मार गिराया।
दरअसल, माइक्रोसैट-आर उपग्रह का निर्माण भी डीआरडीओ ने ही किया था। यह मिशन 24 जनवरी की रात 11.37 बजे पीएसएलवी सी-44 से लांच किया गया। उस समय इस उपग्रह की उपयोगिता के बारे में कोई विस्तृत जानकारी नहीं दी गई थी। सूत्रों ने माना कि इस उपग्रह को ‘हिडेन मिशनÓ कहा जा रहा था। माइक्रोसैट-आर के बारे में इसरो ने सिर्फ इतनी जानकारी दी थी कि यह एक इमेजिंग उपग्रह है। इस उपग्रह का वजन लगभग 740 किलोग्राम था और लांच करने के बाद इसे धरती से 274 किमी ऊंचाई वाली कक्षा में स्थापित किया गया था। तब भी यह सवाल उठे थे कि इतने वजनी उपग्रह को पृथ्वी की इतनी निचली कक्षा में स्थापित करने का क्या मकसद हो सकता है। इस उपग्रह को फिलहाल लगभग 300 से 320 किमी वाली कक्षा में नियंत्रित किया जा रहा था। बुधवार को जब ऐंटी सैटेलाइट मिसाइल ने इसपर सटीक निशाना लगाकर नष्ट किया गया तब यह बात सामने आई है कि इस उपग्रह को लांच करने का मकसद क्या था। इसरो के उच्च पदस्थ सूत्रों के मुताबिक माइक्रोसैट-आर को इसी मिशन के लिए लांच किया गया था।