scriptहवाई अड्डे पर यात्री को 5 किलो गांजे के साथ पकड़ा | At the airport caught the passenger with 5 kilograms of ganja | Patrika News

हवाई अड्डे पर यात्री को 5 किलो गांजे के साथ पकड़ा

locationबैंगलोरPublished: Apr 05, 2018 08:00:09 pm

Submitted by:

Ram Naresh Gautam

कतर की राजधानी दोहा जा रहा था आरोपी

ganja
बेंगलूरु. बेंगलूरु हवाई अड्डे पर सुरक्षा बलों ने एक यात्री से पांच किलोग्राम गांजा जब्त किया है। मादक पदार्थ को नमकीन के 14 पैकेट में छिपा कर कतर की राजधानी दोहा ले जाया जा रहा था। केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआइएसएफ) के अनुसार हैरिस पाशा सबीर अहमद केंपेगौड़ा अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से मुंबई और वहां से दोहा की यात्रा पर था। हवाई अड्डे पर मशीन में सामान की जांच के दौरान सीआइएसफ के जवान को कुछ संदिग्ध वस्तु होने का अंदेशा हुआ। जिस पर हैरिस पाशा से बैग खोलने के लिए कहा गया। बैग में नमकीन के पैकेट मिले, जिनके बीच में गांजा रखा था। जानकारी सीआइएसएफ के वरिष्ठ अधिकारियों और सीमा शुल्क अधिकारियों को दी गई और आरोपी को जब्ती के सामान के साथ आगे की जांच के लिए सौंप दिया गया।
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पहली बार तंबाकू के पैकेट पर क्विट लाइन नंबर
85प्रतिशत हिस्से पर सचित्र चेतावनी का स्वागत: चिकित्सक
एक सितंबर से करना होगा नए नियमों का पालन
बेंगलूरु. स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय ने मंगलवार को एक अधिसूचना जारी कर तंबाकू उत्पादों के पैकेटों के 85 प्रतिशत हिस्से पर सचित्र चेतावनी अनिवार्य कर दिया है। पैकेट पर तंबाकू छोड़ो नंबर (क्विट लाइन नंबर) भी होगा। अधिसूचना में तंबाकू के हर उत्पाद के पैकेट पर ‘तंबाकू से कैंसर होता है’ और ‘तंबाकू के कारण दर्दनाक मौत होती है’ का संदेश अनिवार्य होगा। ये नियम इस वर्ष एक सितंबर से लागू होंगे। तंबाकू मुक्त कर्नाटक कंसोर्टियम व शहर के कैंसर रोग विशेषज्ञों ने इस नए नियम का स्वागत करते हुए इसे देर लिया गया सही निर्णय बताया है। कंसोर्टियम के सदस्य व ओरल कैंसर रोग विशेषज्ञ डॉ. यूएस. विशाल राव ने बताया कि तंबाकू के पैकेटों पर देश में पहली बार क्विट लाइन नंबर लागू किया गया है। जो अच्छा संकेत है। केंद्र सरकार ने वैश्विक वयस्क तंबाकू सर्वेक्षण रिपोर्ट (जीएटीएस) 2017 को देखकर यह निर्णय लिया है। ‘तंबाकू से कैंसर होता है’ और ‘तंबाकू के कारण दर्दनाक मौत होती है’ लाल पृष्ठभूमि पर सफेद रंग में प्रकाशित होगा। एचसीजी अस्पताल के संस्थापक व कैंसर रोग विशेज्ञ डॉ. अजय कुमार ने बताया कि जीएटीएस रिपोर्ट के अनुसार सिगरेट पीने वाले 62 प्रतिशत, बीड़ी पीने वाले 54 प्रतिशत व धुआं रहित तंबाकू का सेवन करने वाले 46 प्रतिशत लोगों ने सचित्र चेतावनी देख इस जानलेवा आदत को छोडऩे का विचार करने की बात मानी।
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