बूदिकेरे निवासी शरवण (40) रियल एस्टेट एजेंट के अलावा कर्ज भी देता था। शरवण और उसकी पत्नी लक्ष्मी (35) पारिवारिक झगड़ों के कारण तलाक लिए बगैर अलग-अलग रहते थे। लक्ष्मी खुद कपड़ों के कारखाने में काम कर दो बच्चों की परवरिश करती थी। शरवण ने दूसरा विवाह कर लिया। लक्ष्मी के भी सुब्रमणि से अनैतिक संबंध थे। शरवण सप्ताह में एक या दो बार लक्ष्मी के घर जाकर बच्चों से मिलता था। शरवण ने सुब्रमणि को चेतावनी दी कि वह उसकी पत्नी से दूर रहे। इस बात को लेकर दोनों के बीच कई बार झगड़ा भी हुआ था।
शरवण ने सुहैल, मोहन कुमार और कामराज को एक लाख रुपए देकर सुब्रमणि की हत्या करने को कहा था। आरोपियों ने गुरुवार को सुब्रमणि का अपहरण कर लिया। वे उसे इंदिरा नगर बस डिपो के पीछे ले गए जहां उसकी हत्या करने के बाद उन्होंने शव नाली में फेंक दिया था। आरोपियों के आलावा अब शरवण भी फरार है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
दलाल गिरफ्तार, 27 युवतियों की रक्षा
बेंगलूरु. पुलिस ने पुट्टेनाहल्ली स्थित एक निवास पर छापा मार कर जिस्म फरोशी का अड्डा चलाने पर एक दलाल को गिरफ्तार कर 27 युवतियों की रक्षा की।
पुलिस के अनुसार योगेश (35) कोरोना फैलने के बावजूद जिस्म फरोशी का ध्ंाधा चलाता था। योगेश के अलावा दो ग्राहकों को भी गिरफ्तार किया गया। आरोपी योगेश ने युवतियों को बेंगलूरु लाकर उनसे जबरन धंधा कराता था। इन सभी युवतियों को अच्छी नौकरी और मोटी तनख्वाह दिलाने के बहाने धोखा देकर लाया गया था। 27 युवतियों का मूल नेपाल, नई दिल्ली, बिहार और लखनऊ है। उन्हें उनके घर वापस भेजने की प्रक्रिया जारी है। इस सिलसिले में पुट्टेनाहल्ली पुलिस थाने में मामला दर्ज किया गया है।
बेंगलूरु. पुलिस ने पुट्टेनाहल्ली स्थित एक निवास पर छापा मार कर जिस्म फरोशी का अड्डा चलाने पर एक दलाल को गिरफ्तार कर 27 युवतियों की रक्षा की।
पुलिस के अनुसार योगेश (35) कोरोना फैलने के बावजूद जिस्म फरोशी का ध्ंाधा चलाता था। योगेश के अलावा दो ग्राहकों को भी गिरफ्तार किया गया। आरोपी योगेश ने युवतियों को बेंगलूरु लाकर उनसे जबरन धंधा कराता था। इन सभी युवतियों को अच्छी नौकरी और मोटी तनख्वाह दिलाने के बहाने धोखा देकर लाया गया था। 27 युवतियों का मूल नेपाल, नई दिल्ली, बिहार और लखनऊ है। उन्हें उनके घर वापस भेजने की प्रक्रिया जारी है। इस सिलसिले में पुट्टेनाहल्ली पुलिस थाने में मामला दर्ज किया गया है।