रोजगार के लिए कौशल गुणवत्ता बढ़ाना जरूरी
देश में 48 प्रतिशत युवाओं के पास कौशल की कमी है। आईआईटी तथा पोलिटेक्निक में इनकी क्षमता के अनुपात में विद्यार्थियों का नामांकन कम हुआ। इसका मुख्य कारण अपर्याप्त और गुणवत्ताविहीन प्रशिक्षण है। भारत के स्कूलों में योग्य शिक्षक नहीं है। शिक्षित लोगों की संख्या बढ़ रही है लेकिन उसके ऐवज में रोजगार उपलब्ध नहीं है। हालांकि इसके लिए प्रयास करते हुए केन्द्र सरकार ने प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना शुरू की है। वर्तमान में इसके तीसरा चरण के तहत 717 जिलों, 28 राज्यों/आठ केंद्रशासित प्रदेशों में ‘आत्मनिर्भर भारत’ लॉन्च किया गया। हमारे देश में तकनीकि शिक्षा मॉडल पर अधिक ध्यान देने की जरूरत है। इसमें अन्य देशों के मॉडल को शामिल कर सकते है। जर्मनी, सिंगापुर , जापान, चीन, ब्राजील आदि देशों में भारत के समान ही समस्या थी लेकिन ये व्यावसायिक शिक्षा में अग्रणी है।
भारत में सर्वाधिक रोजगार देने वाले शहर
1. पुणे 78.11 प्रतिशत
2. लखनऊ 74.42
3. त्रिवेन्द्रम 66.48
4. कोलकाता 57.16
5. बेंगलूरु 56.48