कर्नाटक राज्य नगर निगम, नगर पालिका और टाउन पंचायत सफाई कर्मचारी संघ के अध्यक्ष मैसूरु नारायण ने कहा कि जब तक सरकार प्रदेश के हजारो सफाई कर्मचारियों को सरकारी कर्मचारी का दर्जा नहीं देगी और उनके लिए स्वास्थ्य कार्ड जारी नहीं करेगी तब तक संघ का प्रदर्शन जारी रहेगा।
उन्होंने कहा कि गठबंधन सरकार सफाई कर्मचारियों की मांगों को पूरा करने में विफल रही है। पालिका के अंतर्गत 18 हजार से अधिक सफाई कर्मचारी कार्यरत है। उन्हें अभी तक मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध नहीं कराई गई है। आज भी ठेकेदार उन्हें बहुत कम वेतन देते हैं।
उन्होंने कहा कि गठबंधन सरकार सफाई कर्मचारियों की मांगों को पूरा करने में विफल रही है। पालिका के अंतर्गत 18 हजार से अधिक सफाई कर्मचारी कार्यरत है। उन्हें अभी तक मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध नहीं कराई गई है। आज भी ठेकेदार उन्हें बहुत कम वेतन देते हैं।
उन्होंने कथित आरोप लगाते हुए कहा कि यहां तक कि कुछ मामलों में वेतन के लिए ठेकेदारों को रिश्वत देनी पड़ती है। इसके अलावा सफाई करने के लिए दस्ताने, गम बूट, झाडू और ठेला गाडिय़ां नहीं दी गई है। उन्होंने कहा कि सफाई कर्मचारियों के मकान क्षतिग्रस्त हालात में है। अगर बारिश हुई तो कई लोगों के मकान गिरने की स्थिति में है।
आवासीय कॉलोनियों की कई सालों से मरम्मत नहीं हुई है और अभी तक मूलभूत सुविधाएं भी उपलब्ध नहीं कराई गई। सफाई कर्मचारियों ने संघ के जरिए अपनी मांगों को लेकर पालिका के आयुक्त एन.मंजुनाथ को ज्ञापन सौंपा।