इस बीच, मंत्री परिषद के विस्तार को लेकर लॉबिंग तेज हो गई है। नए विधायकों के साथ ही भाजपा के पुराने और वरिष्ठ विधायक भी पद की मांग को लेकर लॉबिंग में जुटे हैं। भाजपा सरकार को सत्ता में लाने में प्रमुख भूमिका निभाने वाले नव निर्वाचित विधायकों ने रमेश जारकीहोली के नेतृत्व में बुधवार को डालर्स कालोनी स्थित मुख्यमंत्री के निवास पर जाकर उनके साथ विचार विमर्श किया और सरकार के गठन से पहले किए वादे को पूरा करने का अनुरोध किया। सूत्रों के मुताबिक इन विधायकों ने विभागों को लेकर भी अपनी मांग रखी। बताया जाता है कि इन विधायकों से चर्चा के दौरान येडियूरप्पाा ने कहा कि उनकी कुछ मांगों को लेकर आलाकमान से चर्चा की जाएगी।
बताया जाता है कि येडियूरप्पा ने इन विधायकों को बताया कि मंत्री परिषद के विस्तार के लिए वे अपने स्तर पर तैयारी कर चुके हैं लेकिन अभी इसके लिए आलाकमान से मंजूरी नहीं मिली है। उन्होंने विधायकों को आश्वस्त किया कि वे एक-दो दिनों मेें दिल्ली जाकर पार्टी के वरिष्ठ नेताओं से चर्चा करेंगे और उसके बाद मंत्री परिषद का विस्तार किया जाएगा।
सूत्रों का कहना है कि अभी संसद का सत्र चल रहा है और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ ही पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह भी उसमें व्यस्त हैं, इसलिए येडि को मुलाकात का समय नहीं मिल पा रहा है। शनिवार को संसद का सत्र नहीं होगा लिहाजा उस दिन येडियूरप्पा वरिष्ठ नेताओं से मुलाकात के लिए दिल्ली जा सकते हैं। सूत्रों के मुताबिक कार्यकारी अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा ने येडि को रविवार को मोदी-शाह से मुलाकात कराने का भरोसा दिया है। साथ ही सोमवार तक मंत्री परिषद विस्तार के लिए अनुमति दिलाने का आश्वासन भी दिया है।