पालिका ने 13 हजार दुकानादारों को थमाया नोटिस
बैंगलोरPublished: Nov 17, 2019 08:20:22 pm
महापौर एम. गौतमकुमार ने नाम पटल में कन्नड़ भाषा को वरीयता देने के लिए पटल में 60 फीसदी कन्नड़ भाषा में दुकान या संस्था का नाम लिखना अनिवार्य बनाया था। इसके लिए बृहद बेंगलूरु महानगर पालिका (बीबीएमपी) ने बकायदा अधिसूचना जारी की थी। मगर नए प्रावधानों का पालन नहीं किया जा रहा है। सर्वेक्षण के पश्चात नियमों का उल्लंघन करने वाले 13 हजार से अधिक दुकानदारों को बीबीएमपी के अतिरिक्त आयुक्त डॉ. हर्ष गुप्ता की ओर से नोटिस जारी किए गए हैं
पालिका ने 13 हजार दुकानादारों को थमाया नोटिस
पालिका ने 13 हजार दुकानादारों को थमाया नोटिस
नाम पटल में कन्नड़ भाषा को वरीयता का मामला
बेंगलूरु. महापौर एम. गौतमकुमार ने पदभार संभालते ही नाम पटल में कन्नड़ भाषा को वरीयता देने के लिए पटल में 60 फीसदी कन्नड़ भाषा में दुकान या संस्था का नाम लिखना अनिवार्य बनाया था। इसके लिए बृहद बेंगलूरु महानगर पालिका (बीबीएमपी) ने बकायदा अधिसूचना जारी की थी। मगर नए प्रावधानों का पालन नहीं किया जा रहा है।
वार्ड स्तर पर सर्वेक्षण के पश्चात नियमों का उल्लंघन करने वाले 13 हजार से अधिक दुकानदारों को बीबीएमपी के अतिरिक्त आयुक्त डॉ. हर्ष गुप्ता की ओर से नोटिस जारी किए गए हैं।
बीबीएमपी के आयुक्त बीएच अनिलकुमार के ने बताया कि बीबीएमपी की ओर से जारी इस आदेश के अनुसार जो दुकानदार अपने नाम पटल में भाषा संबंधी मानदंडों का उल्लंघन करते हैं ऐसे दुकानदारों का ट्रेड लाइसेंस निरस्त भी किया जा सकता है। जो लोग नया लाइसेंस लेना चाहते हैं या नवीनीकरण करना चाहते हैं, उनके लिए भी यह नियम लागू होंगे।
बीबीएमपी आदेश को कई दुकानदारों ने गंभीरता से नहीं लिया है। जिसके कारण शहर में कई दुकानों के नाम पटल आज भी केवल अंग्रेजी में लिखे गए हैं। ऐसे दुकानदारों को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है। वर्ष 2017 में भी तत्कालीन महापौर आर. संपतराज ने ऐसा भी ऐसे दिशा-निर्देश जारी किए थे।