शहर के विभिन्न उद्यान, विभिन्न संस्थाओं के परिसरों में स्थित पेड़ों की गणना का कार्य चल रहा है। अभी तक 45 हजार पेड़ों की गणना की कई है। बीबीएमपी के पास पर्याप्त कर्मचारी उपलब्ध नहीं होने के कारण इस कार्य में बेंगलूरु कृषि विश्वविद्यालय विवि के कुलपति को प्रस्ताव भेजकर मदद मांगी गई है।पेड़ों की गणना पर अभी तक 4 करोड़ 32 लाख रुपए खर्च हुए हंै।
कर्नाटक उच्च न्यायालय ने एक जनहित याचिका की सुनवाई करते हुए बीबीएमपी के आयुक्त को शहर में पेड़ों की गिनती पूरी करने के निर्देश दिए हैं। इससे पहले भारतीय विज्ञान संस्थान की ओर से वर्ष 2014 में उपग्रह पर आधारित तकनीक के साथ की गई पेड़ों की गणना की रिपोर्ट के अनुसार शहर में पेड़ों की संख्या 14 लाख 78 हजार 412 थी। कई वार्ड ऐसे थे जहां पेड़ों की संख्या 100 से भी कम थी।
बेंगलूरु कृषि विवि के कुलपति डॉ एस.राजेंद्र प्रसाद ने प्रस्ताव की पुष्टि करते हुए कहा कि विवि में उपलब्ध विद्यार्थियों की संख्या तथा अन्य कर्मचारियों की उपलब्धता के आधार पर इस प्रस्ताव पर फैसला किया जाएगा। उल्लेखनीय है कि बीबीएमपी प्रति वर्ष पौधरोपण पर करोड़ों रुपए खर्च कर रहा है। इसके बावजूद बीबीएमपी के पास शहर में पेड़ों की संख्या का हिसाब-किताब नहीं है। लिहाजा कर्नाटक उच्च न्यायालय की फटकार के बाद लगभग 6 वर्ष बाद पेड़ों की गणना की जा रही है।
यातायात नियमों का उल्लंघन करने पर वसूले 3 करोड़ बेंगलूरु. शहर यातायात पुलिस ने नवंबर के अंतिम सप्ताह में यातायात नियमों का उल्लंघन करने वालों से 3 करोड़ रुपए का जुर्माना वसूला है।शहर यातायात विभाग के सूत्रों के मुताबिक 23 से 29 नवंबर तक यातायात नियमों के उल्लंघन के 79 हजार 359 मामले दर्ज कर 3 करोड़ 34 लाख 90 हजार रुपए का जुर्माना वसूला है।
इसमें बगैर हेलमेट दो पहिया वाहन लाने के 26 हजार 118 मामले, सिग्नल जंप करने के 8 हजार 635 मामले, नो एंट्री क्षेत्र में वाहन चलाने के 3 हजार 877 मामले शामिल है।