कार्यक्रम शहर के हिरेमगलूरु सरकारी माध्यमिक विद्यालय के प्रांगण में जिला कानून सेवा प्राधिकरण, जिला वकील संघ, वन विभाग, समाचार व सूचना विभाग के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित किया गया। उन्होंने कहा कि आज पर्यावरण का महत्व न समझने के कारण बच्चे कई पेड़ों को पहचान भी नहीं पा रहे हैं। शिक्षकों का यह कर्तव्य है कि वे बच्चों का विलय दिन में कम से कम आधा घंटा पर्यावरण के साथ करें।
बच्चों को पर्यावरण संरक्षण से संबंधित ज्ञान प्रदान करना चाहिए। द्वितीय अतिरिक्त सिविल न्यायाधीश ए. अरुण कुमारी ने कहा कि विश्व पर्यावरण दिवस १९७३ से हर साल मनाया जाता है। इसका लक्ष्य पर्यावरण की रक्षा करना है। उन्होंने लोगों से पर्यावरण की रक्षा करने की दिशा में अग्रसर रहने को कहा। जिला वकील संघ के अध्यक्ष एसएस वेंकटेश ने कहा कि शिक्षकों को अपने विद्यार्थियों में पर्यावरण की रक्षा के प्रति जागरूकता फैलानी चाहिए।
सहायक वन अधिकारी मुत्तण्णा ने भी पर्यावरण की रक्षा करने की आवश्यकता पर बल दिया। अध्यक्षता सार्वजनिक शिक्षा विभाग के उपनिदेशक नंजय्या ने की। सार्वजनिक शिक्षा विभाग के क्षेत्रीय समन्वयक बी.एस. जयराम, मुख्य शिक्षक अशोक सहित सह शिक्षक इस अवसर पर उपस्थित थे।
पांच संदिग्ध शिकारी गिरफ्तार, मृत जंगली बिल्ली बरामद
मंड्या. केआरपेट के मेलकोट के समीप पहाड़ी क्षेत्र में वनविभाग टीम ने ५ संदिग्ध शिकारियों को पकड़ा है। वन विभाग टीम के अनुसार रायसमुंद्रा गांव निवासी चंदन, नागा, नवीनगौड़ा, लोकेश और गणेश मेलकोट के समीप सडक़ किनारे कार खड़ी कर जंगल में शिकार की तलाश कर थे। उसी वक्त वन वभाग के अमले ने युवकों को रोककर पूछताछ की तो वे भागने लगे। टीम के तलाशी लेने पर युवकों के पास से एक बोरी में मृत जंगली बिल्ली मिली है।
इसी तरह केआरपेट तहसील में भी राष्ट्रीय पक्षी मोर का शिकार कर एक बोरी में छिपाकर जे जाते समय वनविभाग के अधिकारी मधुसूदन ने अन्य कर्मियों के साथ शिकारीपुरा गांव निवासी प्रभु व मलेश को पकड़ा।