सावचेती अवश्य रखना, लेकिन डरना नहीं सावचेती अवश्य रखना, लेकिन डरना नहीं। दो गज का अंतर रखिए। सरकारी सूचनाओं पर अमल कीजिए। उवसग्गहरं, संतिकरं, छोटी शांति, बड़ी शांति आदि का सृजन ही ऐसी महामारी से बचाने के लिए किया गया था। प्रभु का अभिषेक करते समय नवकार, उवसग्गहरं, संतिकरं, छोटी शांति, बड़ी शांति 12 बार बोलिए और अभिषेक जल का छिडक़ाव कीजिए। उन्होंने कहा कि बुद्धिमान तो वह है जो सजा से नहीं, गुनाह से डरता है।