इससे पहले प्रदेश कांग्रेस के प्रभारी केसी वेणुगोपाल के निर्देश पर शुक्रवार को बेलगावी पहुंचे खंडे्र ने पहले लक्ष्मी हेब्बालकर से बातचीत की और फिर पूर्व मंत्री सतीश जारकीहोल्ली के साथ मशविरा किया। इसके बाद दोनों नेताओं की बात प्रदेश अध्यक्ष दिनेश गुंडूराव से बात कराई।
दोनों गुटों में एक राय होने के बाद महादेव पाटिल व बापू साहेब जमादार ने अध्यक्ष व उपाध्यक्ष पदों के लिए नामांकन पत्र भरे। उनके विरोध में किसी ने भी नामांकन पत्र नहीं भरा। इस तरह दोनों पदों पर निर्विरोध निर्वाचन हुआ। 14 सदस्यीय निदेशक मंडल में लक्ष्मी हेब्बालकर गुट के 9 एवं सतीश जारकीहोल्ली गुट के 5 निदेशक हैं। पिछले 18 साल से बैंक के अध्यक्ष व उपाध्यक्ष का चुनाव निर्विरोध होता आया है और इसमें जारकीहोली बंधुओं का ही वर्चस्व रहा। लेकिन, इस बार लक्ष्मी हेब्बालकर ने उनके वर्र्चस्व को चुनौती दे दी।
पिछले एक सप्ताह से पीएलडी बैंक चुनाव को लेकर बेलगावी कांग्रेस में मतभेद चरम पर थे। बहरहाल, मतभेद के सुखद अंत से कांग्रेस के साथ ही जनता दल-एस ने भी राहत की सांस ली है।
इससे पहले चुनाव को देखते हुए पीएलडी बैंक, लक्ष्मी हेब्बालकर के निवास पर पुलिस का कड़ा बन्दोबस्त किया गया। हेब्बालकर गुट के 9 निदेशकों को विशेेष सुरक्षा प्रदान की गई। विवाद सुलझने के बाद ईश्वर खंड्रे ने लक्ष्मी हेब्बालकर व सतीश जारकीहोल्ली के साथ प्रेस वार्ता में भाग लिया।
दोनों गुटों में एक राय होने के बाद महादेव पाटिल व बापू साहेब जमादार ने अध्यक्ष व उपाध्यक्ष पदों के लिए नामांकन पत्र भरे। उनके विरोध में किसी ने भी नामांकन पत्र नहीं भरा। इस तरह दोनों पदों पर निर्विरोध निर्वाचन हुआ। 14 सदस्यीय निदेशक मंडल में लक्ष्मी हेब्बालकर गुट के 9 एवं सतीश जारकीहोल्ली गुट के 5 निदेशक हैं। पिछले 18 साल से बैंक के अध्यक्ष व उपाध्यक्ष का चुनाव निर्विरोध होता आया है और इसमें जारकीहोली बंधुओं का ही वर्चस्व रहा। लेकिन, इस बार लक्ष्मी हेब्बालकर ने उनके वर्र्चस्व को चुनौती दे दी।
पिछले एक सप्ताह से पीएलडी बैंक चुनाव को लेकर बेलगावी कांग्रेस में मतभेद चरम पर थे। बहरहाल, मतभेद के सुखद अंत से कांग्रेस के साथ ही जनता दल-एस ने भी राहत की सांस ली है।
इससे पहले चुनाव को देखते हुए पीएलडी बैंक, लक्ष्मी हेब्बालकर के निवास पर पुलिस का कड़ा बन्दोबस्त किया गया। हेब्बालकर गुट के 9 निदेशकों को विशेेष सुरक्षा प्रदान की गई। विवाद सुलझने के बाद ईश्वर खंड्रे ने लक्ष्मी हेब्बालकर व सतीश जारकीहोल्ली के साथ प्रेस वार्ता में भाग लिया।
बेलगावी जिला इकाई में अब मतभेद नहीं
हेब्बालकर और सतीश के साथ संवाददाता सम्मेलन में खंड्रे ने कहा कि नेताओं के बीच, मतभेद व संवाद की कमी के कारण बेलगावी जिला इकाई में कुछ समस्या थी, जिसे बातचीत के जरिए दूर कर लिया गया है। अब कोई मतभेद नहीं हैं और कांग्रेस पार्टी पूरी तरह एकजुट है। पूर्व मंत्री सतीश जारकीहोल्ली ने कहा कि पार्टी हित ध्यान में रखकर हमने चुनाव में किसी उम्मीदवार को नहीं उतारा। हम लोग किसी प्रतिष्ठा पर नहीं अड़े हैं। यह एक स्थानीय स्तर की समस्या थी, जो सप्ताह भर पहले उत्पन्न हुई और अब इसे दूर कर लिया गया है। सतीश ने कहा कि इस विवाद का असर लोकसभा चुनाव में पार्टी के प्रदर्शन पर नहीं पड़ेगा क्योंकि पार्टी के हित मेें हम आपसी मतभेद भुलाकर साथ काम करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। हेब्बालकर ने कहा कि वे पार्टी की अनुशासित सिपाही हैं, पार्टी आलाकमान के फैसले को मानने के लिए प्रतिबद्ध हैं और हमारी पार्टी के कार्यकारी अध्यक्ष ने जो कुछ कहा उसे मान लिया। हालांकि, अपने खिलाफ जारकीहोली बंधुओं के बयानों को लेकर वे नाराजगी नहीं छिपा पाईं।
हेब्बालकर और सतीश के साथ संवाददाता सम्मेलन में खंड्रे ने कहा कि नेताओं के बीच, मतभेद व संवाद की कमी के कारण बेलगावी जिला इकाई में कुछ समस्या थी, जिसे बातचीत के जरिए दूर कर लिया गया है। अब कोई मतभेद नहीं हैं और कांग्रेस पार्टी पूरी तरह एकजुट है। पूर्व मंत्री सतीश जारकीहोल्ली ने कहा कि पार्टी हित ध्यान में रखकर हमने चुनाव में किसी उम्मीदवार को नहीं उतारा। हम लोग किसी प्रतिष्ठा पर नहीं अड़े हैं। यह एक स्थानीय स्तर की समस्या थी, जो सप्ताह भर पहले उत्पन्न हुई और अब इसे दूर कर लिया गया है। सतीश ने कहा कि इस विवाद का असर लोकसभा चुनाव में पार्टी के प्रदर्शन पर नहीं पड़ेगा क्योंकि पार्टी के हित मेें हम आपसी मतभेद भुलाकर साथ काम करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। हेब्बालकर ने कहा कि वे पार्टी की अनुशासित सिपाही हैं, पार्टी आलाकमान के फैसले को मानने के लिए प्रतिबद्ध हैं और हमारी पार्टी के कार्यकारी अध्यक्ष ने जो कुछ कहा उसे मान लिया। हालांकि, अपने खिलाफ जारकीहोली बंधुओं के बयानों को लेकर वे नाराजगी नहीं छिपा पाईं।