जाम में फंसे वाहन चालकों के अनुसार हेग्गाड्डे और सशलेशपुर के बीच सडक़ की हालत बेहद जर्जर है। सडक़ पर कई जगहों पर जहां तहां बड़े बड़े गड्ढे और कीचड़ हैं। इसी कारण शनिवार तडक़े करीब २ बजे पांच लॉरियां और दो टैंकरों का पहिया गड्ढों में धंस गया और नतीजतन सुबह ११ बजे तक पूरा राजमार्ग जाम रहा। गड्ढों में फंसे वाहनों को निकालने के दौरान पता चला कि एक वाहन का पहिया पंक्चर हो गया है। इस कारण जाम हटाने में और ज्यादा परेशानी आई।
राजमार्ग पर करीब १० किलोमीटर तक वाहनों की लंबी कतार लग गई। बाद में स्थानीय पुलिस ने ३-४ घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद सडक़ पर वाहनों का परिचालन आरंभ कराया। हालंाकि इस दौरान बस और कारों में हजारों मुसाफिर जहां तहां फंसे रहे। जाम के कारण मारनहल्ली और डोंगली गांवों के दैनिक कामगार और विद्यार्थी सकलेशपुर भी नहीं पहुंच पाए।
स्थानीय लोगों का कहना है कि भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण ने सडक़ की उपेक्षा कर रखी है। इस वजह से आए दिन वाहन चालकों को परेशानी झेलनी पड़ती है। इसका सीधा असर आसपास के गांवों पर पड़ता है क्योंकि उनका दैनिक कामकाज पूरी तरह से ठप हो जाता है।