संयुक्त पुलिस आयुक्त (अपराध) संदीप पाटिल ने बताया कि गिरोह के सदस्य खुद को रक्षा कर्मी बताते थे और ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर नकली विज्ञापन पोस्ट करके खरीदारों को ठगते थे। कर्नाटक में भी इसी तरह के धोखाधड़ी के मामले दर्ज होने के बाद पुलिस एक्शन में आई थी। मालूम हो कि हैदराबाद पुलिस पिछले महीने इन लोगों को पकडऩे राजस्थान गई थी। भरतपुर में गिरोह के सदस्यों को गिरफ्तार किया गया था।
पुलिस के अनुसार यह गिरोह क्विकर और ओएलएक्स के जरिए वाहनों, मोबाइल फोन, फर्नीचर आइटम और अन्य इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों की बिक्री कम दरों पर करके लोगों को धोखा दिया था। खुद को सेना का जवान बताने के कारण खरीददार उन पर विश्वास कर लेते थे। इसके बाद खरीददार के जाल में फंसते ही वह एडवांस के नाम पर पैसा ऐंठते थे।