व्यापक गतिशीलता योजना (सीएमपी) के तहत वर्ष 2020 से 2035 के बीच तीन चरणों में 2 लाख 30 हजार 104 करोड़ रुपए से सार्वजनिक परिवहन ढांचागत सुविधाएं उन्नत की जाएंगी। विविध सार्वजनिक परिवहन सेवाओं के एकीकरण सहित सेवाओं को विस्तार देने की योजना है।
ढांचागत विकास निगम (कर्नाटक) लिमिटेड ने शहरी परिवहन निदेशालय और बेंगलूरु मेट्रो रेल निगम लिमिटेड (बीएमआरसीएल) के साथ इस योजना का खाका तैयार किया है। बीएमआरसीएल की वेबसाइट पर योजना का विस्तृत ब्योरा जारी किया गया है और नागरिकों से 6 जनवरी 2020 तक इस पर सार्वजनिक सुझाव मांगे गए हैं।
हालांकि दो लाख करोड़ रुपए से ज्यादा की परियोजना के लिए आम जनता पर उपकर यानी सेस लगाने का सुझाव भी दिया गया है। इसमें मौजूदा परिवहन निकायों बीएमआरसीएल और मेट्रो की सेवाओं को बढ़ाने सहित सड़क चौड़ीकरण, नए इलाकों में भविष्य की जरूरतों के अनुरूप सड़कों का निर्माण, बस-लेन और बीएमआरसीएल एवं बीएमटीसी सेवाओं को जोडऩे के लिए एकीकृत परिवहन सुविधाओं पर जोर दिया गया है। वहीं विशाल फंड जुटाने क लिए केंद्र एवं राज्य सरकार से निधि प्राप्त करने और सेस के अतिरिक्त पार्किंग शुल्क, पीपीपी आधार पर कॉर्पोरेट कंपनियों के साथ मेट्रो स्टेशन के नामकरण का अधिकार और अतिरिक्त संसाधनों द्वारा फंड जुटाने कहा गया है।
बीएमटीसी में शामिल होगी 15 हजार बसें
सीएमपी में बीएमटीसी बसों की सेवाओं को उन्नत एवं आधुनिकीकरण करने और इसे यात्री-हितैषी बनाने पर जोर दिया गया है। सीएमपी के सुझावों में वर्ष 2031 तक बीएमटीसी बसों की संख्या 15000 करने, 11 उच्च मांग वाली सड़कों पर 202 किमी की बस-लेन विकसित करने और 40 नए डिपो एवं ट्रैफिक एंड ट्रांजिट मैनेजमेंट सेंटर (टीटीएमसी) बनाना प्रमुख है। गौरतलब है कि मौजूदा समय में बीएमटीसी के बेड़े में 6634 बसें हैं जो 2500 रूटों पर चलती हैं और 10 टीटीएमसी एवं 45 डिपो से संचालित हैं।
हालांकि मसौदा सीएमपी के अनुसार बसों की संख्या को वर्ष 2021 में 8634, 2025 में 12134 और 2031 में 15134 करने कहा गया है। साथ ही शहर के बाहरी इलाकों के लिए छोटी बसों का इस्तेमाल करने कहा गया है जिनकी क्षमताएं 10 से 20 सीटों की हों और यह इलेक्ट्रिक, सेमी लो फ्लोर और नॉन एसी लो फ्लोर हों। साथ ही मेट्रो स्टेशनों से अंतिम गंतव्य जुड़ाव के लिए भी कम सीटों वाली बसों के परिचालन का सुझाव दिया गया है।
एकीकृत परिवहन सेवाओं की जरूरत
मसौदा सीएमपी में कहा गया है कि शहर में एकीकृत परिवहन सुविधाओं को तत्काल उन्नत करने की आवश्यकता है। मेट्रो और बीएमटीसी को एक दूसरे से जोड़कर एकीकृत परिवहन सेवाएं विकसित की जा सकती हैं। इसलिए मेट्रो फेज-2 और फेज-3 के निर्माण में एकीकृत ढांचा विकसित किया जा सकता है।