प्रात: लाभार्थी मीठालाल भरतकुमार भंसाली परिवार की ओर से विधिविधानपूर्वक भूमिपूजन एवं शिलान्यास किया गया। इस दौरान साध्वीवृंद ने दान की महिमा बताते हुए आराधना केन्द्र के निर्माण में सहयोग की प्रेरणा दी। आचार्य शिवमुनि एवं प्रवर्तक डॉ. राजेन्द्रमुनि द्वारा साध्वी डॉ. दर्शनप्रभा को उपप्रवर्तिनी की पदवी से अलंकृत किए जाने की चादर गुरु ज्येष्ठ पुष्कर जैन चेरिटेबल ट्रस्ट, चामराजपेट स्थानकवासी संघ एवं जैन कॉन्फ्रेंस कर्नाटक व नई दिल्ली के सदस्यों द्वारा ओढ़ाई गई। लाभार्थियों का ट्रस्ट की ओर से सम्मान किया गया। ट्रस्ट के अध्यक्ष नेमीचंद सालेचा ने स्वागत किया एवं आभार जताया। महामंत्री महावीरचंद मेहता ने आराधना भवन की विस्तृत योजना से अवगत कराया। उन्होंने राष्ट्रसंत नरेशमुनि एवं डॉ. दर्शनप्रभा के प्रति कृतज्ञता ज्ञापित की। आगामी चैत्र नवरात्रि में निर्माण कार्य प्रारंभ करने की बात कही। संचालन जैन कॉन्फ्रेंस के महामंत्री सुरेन्द्र आंचलिया ने किया। धन्यवाद मीठालाल भंसाली व विनोद भूरट ने दिया। इस दौरान कई वक्ताओं ने अपने विचार रखे।
विभिन्न योजनाओं के लाभार्थी
भूमिपूजन व शिलान्यास के साथ ध्यान कक्ष का लाभ भी मीठालाल भरतकुमार भंसाली, मुख्य प्रवचन हॉल का लाभ जवरीलाल उत्तमचंद रातडिय़ा मुथा, मुख्य भोजनशाला वगतावरमल महावीरचंद पारख, एक लिफ्ट बाबुलाल अशोककुमार रांका, दूसरी लिफ्ट पुष्पराज राजकुमार कोठारी, पुस्तकालय दीपचंद महेन्द्रकुमार भंसाली, स्वाध्याय रूम कमलेशकुमार कुशलराज छाजेड़, अतिथि रूम हितेशकुमार हीराचंद भंसाली व हुकमीचंद धर्मीचंद मरडिय़ा परिवार रहे।
भूमिपूजन व शिलान्यास के साथ ध्यान कक्ष का लाभ भी मीठालाल भरतकुमार भंसाली, मुख्य प्रवचन हॉल का लाभ जवरीलाल उत्तमचंद रातडिय़ा मुथा, मुख्य भोजनशाला वगतावरमल महावीरचंद पारख, एक लिफ्ट बाबुलाल अशोककुमार रांका, दूसरी लिफ्ट पुष्पराज राजकुमार कोठारी, पुस्तकालय दीपचंद महेन्द्रकुमार भंसाली, स्वाध्याय रूम कमलेशकुमार कुशलराज छाजेड़, अतिथि रूम हितेशकुमार हीराचंद भंसाली व हुकमीचंद धर्मीचंद मरडिय़ा परिवार रहे।