scriptबेंगलूरु में चार लोगों के पास मिले 4.70 करोड़ के 2 हजार वाले नए नोट | Big Raid after demonetisation: New currency notes worth Rs 4.70 crore seized from engineers and contractors in Bengaluru | Patrika News
बैंगलोर

बेंगलूरु में चार लोगों के पास मिले 4.70 करोड़ के 2 हजार वाले नए नोट

आयकर विभाग की कार्रवाई, दो सरकारी अभियंता और दो ठेकेदारों के ठिकानों पर छापा, कुल 6 करोड़ के नए पुराने नोट, 14 किलो सोना व  स्वर्णाभूषण बरामद, एक अफसर के खिलाफ 8 साल पहले लोकायुक्त ने दर्ज किया था आय से अधिक संपत्ति का मामला

बैंगलोरDec 02, 2016 / 12:57 am

कुमार जीवेन्द्र झा

4.70 crore

4.70 crore

बेंगलूरु. विमुद्रीकरण के बाद भले आम लोगों को नए नोट आसानी से नहीं मिल पा रहे, लेकिन कालाधन रखने वालों के पास करोड़ों के नए नोट बरामद हो रहे हैं। विमुद्रीकरण के बाद काले धन के खिलाफ अब तक की सबसे बड़ी मुहिम में आयकर विभाग ने गुरुवार को शहर में चार लोगों के ठिकानों पर छापा मारकर करीब 6 करोड़ रुपए नकद बरामद किए। इनमें से करीब 4.70 करोड़ रुपए के नए नोट हैं, जबकि बाकी 1.30 करोड़ रुपए मूल्य के पुराने और कम मूल्य वाले नोट हैं। छापे के दौरान बड़े पैमाने पर जेवरात और सोने के बिस्कुट भी बरामद हुए हैं। जिन लोगों के ठिकानों पर छापा मारा गया उनमें से दो मुख्य अभियंता स्तर के राज्य सरकार के अधिकारी हैं, जबकि शेष दो उनसे जुड़े ठेकेदार।
आयकर विभाग के प्रवक्ता ने दो दिन के दौरान बेंगलूरु और उनके राज्यों में ठिकानों पर छापा कार्रवाई की पुष्टि करते हुए कहा कि इस दौरान 6 करोड़ रुपए से अधिक की नकदी मिली है। प्रवक्ता ने कहा कि छापे में बरामद नकदी में से 4.70 करोड़ रुपए दो हजार रुपए वाले नए नोट हैं, जिन्हें 8 नवम्बर को घोषित विमुद्रीकरण के बाद जारी किया गया था।
लक्जरी स्पोट्र्स कार भी मिली
अधिकारियों को छापे के दौरान 100-100 और बंद चुके 500 रुपए के भी कुछ नोट, 7 किलो जेवरात और 7 किलो सोना भी मिला है। अधिकारियों का मानना है कि सोना व आभूषण विमुद्रीकरण के बाद खरीदे गए हैं। इनमें से एक व्यक्ति के ठिकाने पर काफी महंगी मानी जाने वाली लक्जरी स्पोट्र्स कार लेम्बोर्गिनी भी मिली है। बताया गया कि इस व्यक्ति ने कुछ दिन पहले ही अपने बेटे के नाम पर यह कार खरीदी थी और इसके लिए कथित तौर पर नकद भुगतान किया था। इसके अलावा कुछ और लक्जरी कारें बरामद हुई हैं। साथ ही कुछ अचल संपत्तियों के दस्तावेज भी मिले हैं।
आयकर विभाग के सूत्रों के मुताबिक जिन लोगों के ठिकानों पर छापा मारा गया उनमें कावेरी नीरावरी निगम के प्रबंध निदेशक टी.एन. चिकरायप्पा, राज्य उच्च पथ विकास परियोजना के मुख्य परियोजना अधिकारी एस.सी. जयचंद्रा, ठेकेदार एस. चक्रवर्ती और रामलिंगम शामिल हैं। चिकरायप्पा पहले राज्य के लोक निर्माण सचिव और राज्य सड़क विकास निगम के निदेशक मंडल में पिछले साल तक रह चुके हैं। दोनों ही पद राज्य उच्च पथ विकास परियोजना से जुड़े हैं। जयचंद्रा के खिलाफ वर्ष 2008 में लोकायुक्त ने घोषित आय से अधिक संपत्ति का मामला दर्ज किया था, लेकिन सरकार ने अब तक उसके खिलाफ अभियोजन की अनुमति नहीं दी है।
तीन शहरों में छापा
आयकर विभाग के अधिकारियों के मुताबिक बुधवार से शुरू हुई कार्रवाई के दौरान तीन शहरों के कई ठिकानों पर छापे मारे गए। सिर्फ बेंगलूरु में ही 18 ठिकानों पर कार्रवाई की गई, जबकि पड़ोसी तमिलनाडु के चेन्नई और ईरोड शहर में कुछ ठिकानों पर छापे मारे गए। 50 से अधिक अधिकारियों व पुलिस कर्मियों की टीम ने बेंगलूरु में छापा मारा।
गिनती के लिए मंगवानी पड़ी मशीनें
विभागीय सूत्रों के अनुसार बरामद नकदी की गिनती के लिए नोट गिनने वाली मशीन के साथ अतिरिक्त कर्मचारियों को बुलवाना पड़ा। दस ठिकानों पर छापा कार्रवाई अब भी जारी है। अधिकारी बरामद दस्तावेजों की जांच में जुटे हैं।
बैंक प्रबंधकों की मिलीभगत
आयकर विभाग के अधिकारियों के मुताबिक इन लोगों पर पिछले कुछ समय से नजर रखी जा रही थी, लेकिन विमुद्रीकरण के बाद नकदी लेन-देन के आधार पर कार्रवाई की गई। अधिकारियों का कहना है कि इतने बड़े पैमाने पर पुराने नोटों को नए नोटों से बदलना बैंक प्रबंधकों की मिलीभगत के बिना संभव नहीं। कर्नाटक और तमिलनाडु में कमीशन पर नोट बदलने का काम करने वाले कई लोग संदेह के दायरे में हैं। आयकर विभाग के अधिकारियों के मुताबिक एक निजी बैंक के वरिष्ठ प्रबंधक उमाशंकर के इस मामले में लिप्त होने की जानकारी भी मिली है। उसके यहां भी छापे मारे गए हैं। बताया गया कि ऊंचे कमीशन पर उसने अघोषित धन रखने वाले कई लोगों के पुराने नोट बदले हैं।
अधिकारी अचंभित
चारों लोगों के ठिकाने से इतने बड़े पैमाने पर नए नोट बरामद होने से आयकर अधिकारी भी अचंभित रह गए। अधिकारी यह पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं कि इन लोगों के पास इतने बड़े पैमाने पर नए नोट कैसे पहुंचे। अधिकारियों के अनुसार नए नोटों की यह अब तक की सबसे बड़ी बरामदगी है। कुछ बैंक अधिकारी और पुराने नोट बदलने का काम करने वाले लोग संदेह के घेरे में हैं। छापे के दौरान आयकर विभाग के अधिकारियों को दोनों लोगों के ठिकाने से काफी संख्या में पहचान पत्र भी मिले। अधिकारियों को शक है कि इन पहचान पत्रों का इस्तेमाल बंद चुके पुराने नोट अवैध तरीके से नए नोटों में बदलने के लिए किया गया है।
ठेकेदार के घर मिला 2 करोड़ का सोना
सूत्रों के मुताबिक एक ठेकेदार के स्वामित्व वाले फ्लैट से दो करोड़ रुपए मूल्य का सात किलो सोना बरामद हुआ है। इन लोगों के पास शहर की पॉश कॉलोनियों में स्थित फ्लैट और अचल संपत्तियों के मिले दस्तावेज की जांच की जा रही है।

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