अब भाजपा धरना दे रही है, जबकि मौजूदा सरकार ने इस बार जेएसडब्लू कंपनी के साथ से बेहतर राशि पर करार किया है। जेएसडब्लू कंपनी ने राज्य में सबसे पिछड़े क्षेत्र बल्लारी जिले में बड़ा निवेश किया है और बड़ी संख्या में नौकरियां सृजित की हैं।
राज्य में निवेशकों के लिए निवेश हितैषी माहौल बनाने के तहत राज्य सरकार प्रयास कर रही है। ऐसे विरोध प्रदर्शन से कर्नाटक में निवेशकों पर राजनीति करने से राज्य को निवेश खोने का खतरा बढ़ेगा।
उधर, जेएसडब्लू को भूमि हस्तांतरित करने के फैसले का समर्थन करते हुए जल संसाधन मंत्री डीके शिवकुमार ने कहा कि कंपनी ने 62 हजार करोड़ रुपए का निवेश करने के साथ हजारों रोजगारों का सृजन किया है।
गांवों के लोग किसी कर का भुगतान नहीं करते हैं, उद्यमी कर भुगतान करते हैं। इससे सरकार को राजस्व मिलता है, लिहाजा उद्यमियों की मदद करना राज्य सरकार का दायित्व है। इसलिए जेएसडब्लू को भूमि आवंटन में कोई गलती नहीं है।