पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि अगले विधानसभा चुनाव में बमुश्किल एक साल बचा है। इसे देखते हुए भाजपा नेता गैर-मुद्दों को मुद्दों में बदलने की कोशिश कर रहे हैं। उनके पास दिखाने के लिए कोई उपलब्धि नहीं है और भाजपा शासन में भ्रष्टाचार व्याप्त है। इसे छिपाने के लिए वे हिजाब, हलाल, जात्राओं में विक्रेताओं पर प्रतिबंध, भगवद्गीता और मस्जिदों में लाउडस्पीकर जैसे मुद्दे उठा रहे हैं।
कांग्रेस नेता ने दावा किया कि लोग भाजपा से तंग आ चुके हैं जो सद्भाव को नुकसान पहुंचाकर समाज को बांटने की कोशिश कर रही है। बीजेपी धर्म और परंपराओं के नाम पर लोगों को गुमराह कर रही है, लेकिन लोग सभी साजिशों को समझते हैं। हम लोगों के पास जाएंगे और हम उन्हें सच भी बताएंगे।
महंगाई पर मौन सिद्धरामैया ने कहा कि मुख्यमंत्री महंगाई जैसे मुद्दों पर मौन हैं जो लोगों के जीवन को प्रभावित करते हैं। लेकिन, भाजपा नेता लोगों के जीवन से जुड़े मुद्दों पर भावनाओं को भडक़ाने की कोशिश कर रहे हैं। सिद्धरामैया ने कहा कि भाजपा मनुवाद में विश्वास करती है और हमें मानवतावाद में विश्वास है।
उन्होंने कहा कि अल्पसंख्यकों और अन्य सभी समुदायों के हितों की रक्षा की जानी चाहिए, क्योंकि धर्मनिरपेक्ष राज्य में सरकार का कोई धर्म नहीं होता है और सभी धर्मों के साथ समान व्यवहार किया जाना चाहिए।