उधर, हुब्बली में कांग्रेस के राज्यसभा सदस्य बीके हरिप्रसाद ने भी जद-एस के साथ फिर से गठबंधन को लेकर संकेत दिए। उन्होंने कहा कि इस मसले पर देवगौड़ा के साथ पहले ही बात हो चुकी है और उन्हें कांग्रेस का साथ देने का भरोसा दिया है।
उन्होंने कहा कि अगर दोनों पार्टियां फिर से एक साथ आते हैं तो गठबंधन फिर से सत्ता में आ सकता है। उन्होंने कहा कि सबकुछ पार्टी आलाकमान के फैसले पर निर्भर करेगा। बेंगलूरु में पत्रकारों से बातचीत में रामलिंगा रेड्डी ने उन्होंने कहा कि सरकारी राजकोष खाली होने से किसी भी योजना को अनुदान नहीं मिल रहा है।
सरकार पर विधायकों को अनुदान जारी करने में सैतेलापन अपनाने का आरोप लगाते हुए कहा कि सरकार द्वेष की राजनीति कर रही है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की लोकप्रियता कम होती जा रही है। सरकार की नीतियों के कारण सकल घरेलू उत्पादन (डीडीपी) 4.5 तक गिर चुुका है।
मोदी सरकार को आर्थिक विशेषज्ञों की सुझावों की जरूरत नहीं है। मोदी ने जनता से किए वादे पूरे करने में विफल रहे हैं। बेरोजगारी की समस्या हर दिन बिगड़ती जा रही है। रोजगार नहीं मिलने के कारण युवक आत्महत्या के लिए मजबूर हो गए हैं और कई उद्योग बंद हो चुके हैं।
फिर से गठबंधन सरकार बनने की संभावना प्रबल
वरिष्ठ कांग्रेस नेता और पूर्व मंत्री रामलिंगा रेड्डी ने कहा कि विधानसभा के उप चुनाव के बाद प्रदेश में फिर कांग्रेस और जद-एस की गठबंधन सरकार बनने की संभावना है।
उन्होंने शनिवार को प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में संवाददाता सम्मेलन में कहा कि भाजपा उप चुनाव के अल्पमत में आ जाएगी और उसके बाद राज्य में फिर से गठबंधन सरकार बनने की प्रबल संभावना है।
उन्होंने कहा कि ऑपरेशन कमल के बाद सत्ता पर आई भाजपा प्रशासन से जनता निराश हो चुकी है। प्रदेश के मतदाता बहुत समझदार हैं और भाजपा उम्मीदवारों को हराकर समझदारी का परिचय देंगे।
उन्होंने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी और नेता प्रतिपक्ष सिद्धरामय्या के नेतृत्व में गठबंधन सरकार बनी तो वे भी समर्थन करेंगे।