प्रेस गैलरी के स्थान पर विधायकों के निजी सचिवों को बैठने की व्यवस्था की जा सकती है। हालांकि इस व्यवस्था का कड़ा विरोध हो रहा है। सूत्रों का कहना है कि विधानसभा में निजी टीवी चैनलों के केवरेज पर प्रतिबंध पर उपजा विवाद शांत होने के बाद विधानसभा अध्यक्ष विश्वेश्वर हेगड़े कागेरी ने प्रेस गैलरी को लेकर नई व्यवस्था करने की तैयारी की है।
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विधानसभा में अध्यक्ष के आसन के दाईं ओर अधिकारियों और बाईं ओर पत्रकारों के बैठने की व्यवस्था है यही बैठक व्यवस्था विधान परिषद में भी है।
दर्शक दीर्घा में बैठाने पर विचार
राज्य के इतिहास में पहली बार पत्रकारों को सभागार के प्रथम तल पर दर्शक दीर्घा में बैठाने के प्रस्ताव पर चर्चा की जा रही है। बताया जाता है कि सदन की कार्यवाही चलने के दौरान सांसदों व विधायकों के निजी सचिवों को जगह देने के लिए मीडियाकर्मियों की बैठक व्यवस्था में बदलाव किया जा रहा है।
अधिवेशन के दौरान सामान्यत: सांसद अक्सर पत्रकार दीर्घा में या दर्शक दीर्घा में बैठकर सदन की कार्यवाही देखते हैं। इतना ही नहीं इसी गैलेरी में विपक्ष के नेता के निजी सचिव व उनके स्टाफ को बैठने की अनुमति है। विधायकों के निजी सचिवों को विधानसभा के भीतर आकर बैठने की अनुमति नहीं है।
हाल में हुए तीन दिवसीय सत्र के दौरान निजी मीडिया के कैमरामैन व फोटोग्राफर के प्रवेश पर प्रतिबंध लगाने का विपक्ष के नेता सिद्धरामय्या ने कड़ा विरोध किया था, उनका कहना है कि मुख्यमंत्री येडियूरप्पा ने ही स्पीकर कागेरी से कहकर यह सब करवाया है।
अब देखना यह है कि प्रेस गैलेरी के बारे में स्पीकर का अगला कदम क्या होता है।