उन्होंने कहा कि भाजपा ने पहले ही करोड़ों रुपए देकर विधायकों को खरीदकर गठबंधन सरकार को गिराया था। कुमारस्वामी ने बुधवार को भाजपा पर कड़े प्रहार किए और शिवकुमार की गिरफ्तारी पर भी सवालिया निशान लगाए।
उन्होंने कहा कि पिछली बार 2008 में सत्ता में आने पर भाजपा नेताओं ने 10 से 20 करोड़ देकर विपक्षी विधायकों को तोड़कर अपने खेमे में मिलाया था। वहीं अब यह खेल हजारों करोड़ रुपए में हो रहा है।
उन्होंने कहा कि ऐसे में सवाल यह है कि अब विपक्षी विधायकों को खरीदने के लिए भाजपा के लोग हजारों करोड़ रुपए कहां से लाए हैं? उन्होंने कथित आरोप लगाया कि विधायकों को खरीदने के मुद्दे पर खुद येडियूरप्पा ने शरणगौड़ा पाटिल द्वारा जारी ऑडियो में इसे स्वीकार किया था कि विधायकों को दस-दस करोड़ रुपए दिए गए हैं और शेष राशि भुगतान मेरा पुत्र मुंबई में करेगा।
वहीं भाजपा एक बार फिर से विधायकों को खरीदने का प्रयास कर रही है। येडियूरप्पा के महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़णवीस से मुलाकात पर तंज कसते हुए कुमारस्वामी ने कहा कि वे महादयी मसले पर बातचीत के लिए मुंबई नहीं गए थे बल्कि बागी विधायकों को बंधक बनाकर रखने के लिए फडणवीस को धन्यवाद देने गए थे।
कुमारस्वामी ने दावा किया फोन टेपिंग के प्रकरण में सीबीआई मेरा बाल तक बांका नहीं कर सकती।