उन्होंने कहा कि जब सत्ता में थे, तब अयोध्या में राम मंदिर के मुद्दे को ठंडे बस्ते में रखने वाले भाजपा के नेताओं की रामभक्ति आम चुनाव आते ही फिर जग गई है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पास महादायी समस्या का समाधान करने का अवसर था, लेकिन मोदी ने इस मामले में हस्तक्षेप से इनकार कर कर्नाटक के साथ अन्याय किया है। इसके लिए उत्तर कर्नाटक की जनता भाजपा को माफ नहीं करेगी। अगर केंद्र में कांग्रेस की सरकार आती है तो इस समस्या का सर्वमान्य स्थायी समाधान किया जाएगा।
एक सवाल के जवाब में उन्होंने भाजपा पर आरोप लगाया कि भाजपा ने टिकट बंटवारे में पिछड़े वर्गों के साथ अन्याय किया है। जबकि कांग्रेस ने समाज के हर वर्ग को प्रतिनिधित्व देने का प्रयास किया है।
एक अन्य सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने हमेशा स्वयं को वीरशैव तथा लिंगायत समुदाय विवाद से दूर रखा है। लेकिन इन समुदाय के नेताओं की मांग के बलबूते पर ही कांग्रेस ने इस मामले में हस्तक्षेप किया था। इसलिए इस समस्या के लिए कांग्रेस को दोषी ठहराया जाना तार्किक नहीं है। इस अवसर पर विधान परिषद के सदस्य वीरण्णा मत्तिकटी उपस्थित थे।