बैंगलोर

चुनाव आते ही जागती है भाजपा नेताओं की रामभक्ति

भाजपा की कार्यसूची में विकास का मुद्दा हमेशा नदारद रहता है। इसलिए भाजपा हमेशा चुनाव के समय किसी ना किसी भावनात्मक मुद्दे को उछालने का प्रयास करती है। कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष दिनेश गुंडूराव ने यह बात कही।

बैंगलोरApr 21, 2019 / 04:39 pm

Santosh kumar Pandey

चुनाव आते ही जागती है भाजपा नेताओं की रामभक्ति

कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष दिनेश गुंडूराव ने कसा तंज
हुब्बली. भाजपा की कार्यसूची में विकास का मुद्दा हमेशा नदारद रहता है। इसलिए भाजपा हमेशा चुनाव के समय किसी ना किसी भावनात्मक मुद्दे को उछालने का प्रयास करती है। कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष दिनेश गुंडूराव ने यह बात कही।
हुब्बली में उन्होंने कहा कि अब भाजपा लोगों का ध्यान बटोरने के लिए संविधान की धारा 370, आतंकवाद, देशभक्ति, राष्ट्रीय सुरक्षा जैसे मुद्दे उछाल रही है। क्योंकि भाजपा की सरकार ने गत 5 वर्षों के कार्यकाल में कुछ भी नहीं किया है। इसलिए भाजपा को ऐसे भावनात्मक मुद्दे उछालने की नौबत आ गई है।
उन्होंने कहा कि जब सत्ता में थे, तब अयोध्या में राम मंदिर के मुद्दे को ठंडे बस्ते में रखने वाले भाजपा के नेताओं की रामभक्ति आम चुनाव आते ही फिर जग गई है।

उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पास महादायी समस्या का समाधान करने का अवसर था, लेकिन मोदी ने इस मामले में हस्तक्षेप से इनकार कर कर्नाटक के साथ अन्याय किया है। इसके लिए उत्तर कर्नाटक की जनता भाजपा को माफ नहीं करेगी। अगर केंद्र में कांग्रेस की सरकार आती है तो इस समस्या का सर्वमान्य स्थायी समाधान किया जाएगा।
एक सवाल के जवाब में उन्होंने भाजपा पर आरोप लगाया कि भाजपा ने टिकट बंटवारे में पिछड़े वर्गों के साथ अन्याय किया है। जबकि कांग्रेस ने समाज के हर वर्ग को प्रतिनिधित्व देने का प्रयास किया है।
एक अन्य सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने हमेशा स्वयं को वीरशैव तथा लिंगायत समुदाय विवाद से दूर रखा है। लेकिन इन समुदाय के नेताओं की मांग के बलबूते पर ही कांग्रेस ने इस मामले में हस्तक्षेप किया था। इसलिए इस समस्या के लिए कांग्रेस को दोषी ठहराया जाना तार्किक नहीं है। इस अवसर पर विधान परिषद के सदस्य वीरण्णा मत्तिकटी उपस्थित थे।
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