सिद्धरामय्या ने मैसूरु के हुणसूर में कांग्रेस के पक्ष में चुनाव प्रचार करने के दौरान संवाददाताओं से बातचीत में कहा कि 5 दिसम्बर को होने जा रहे उपचुनाव में सभी अयोग्य विधायकों को हराना ही कांग्रेस का उद्देश्य है। ये अयोग्य विधायक ही कुमारस्वामी नीत पिछली गठबंधन सरकार को गिराने के लिए जिम्मेदार रहे हैं। कांग्रेस व जनतादल-एस दोनों का मकसद एक ही है।
उन्होंने कहा कि भाजपा के पास कोई सिद्धांत नहीं है और वे फासीवादी की तरह हैं। भाजपा नेताओं में झूठ बोलना व झूठ को सच बताना ही उनकी फितरत है। हिटलर भी ऐसा ही किया करता था और भाजपा भी वैसा ही कर रही है। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा नेता एवं कार्यकर्ता राजनीतिक लाभ उठाने के लिए झूठ फैलाते हैं और कांग्रेस के कार्यकर्ता यहां तक कि पार्टी की उपलब्धियों के बारे में सच्चाई बयान करने से भी हिचकिचाते हैं। उन्होंने कांग्रेस कार्यकर्ताओं से पार्टी के अच्छे कार्यों के बारे में लोगों को बताने की अपील की। सिद्धरामय्या ने कहा कि देश के युवाओं के पास रोजगार नहीं है। इसके बावजूद वे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की प्रशंसा करते नहीं अघाते हैं। आईटी क्षेत्र भी आर्थिक मंदी से पीडि़त हो रहा है और युवाओं को इस घटनाक्रम के बारे में बताने की जरुरत है।
सिद्धरामय्या के कांग्रेस पार्टी में अकेला पड़ जाने के मुख्यमंत्री के बयान पर प्रतिक्रिया करते हुए उन्होंने कहा कि वे अकेले नहीं है बल्कि पूरी पार्टी और पार्टी के नेता उनके साथ हंै। मुख्यमंत्री को यह कैसे लगा कि मैं अकेला पड़ गया हूं। मुख्यमंत्री चाहते हैं कि मैं अकेला पड़ जाऊं पर उनकी यह इच्छा कभी पूरी नहीं होगी। वे हताशा में इस तरह के बयान दे रहे हैं। उन्होंने कहा कि दूसरे दलों के नेता उनको ही लक्ष्य बना रहे हैं और अयोग्य विधायकों के भी लक्ष्य वहीं है। शायद मुझे देखकर वे डर रहे होंगे। मुझसे डरने के कारण वे सभी हताश होकर मुझे लक्ष्य कर रहे हैं।