कुमारस्वामी ने बुधवार को संवाददाता सम्मेलन में कहा कि मेंगलूरु हवाईअड्डे पर एक व्यक्ति के विस्फोटक रखे जाने की घटना देश में बेरोजगारी बढऩे, डिग्रीधारियों को रोजगार नहीं मिलने को प्रतिबिंबित करती है। इसी से हताश एक व्यक्ति ने बम रखने जैसा काम किया है। पुलिस के समक्ष आत्म समर्पण करने वाला व्यक्ति इस बात का साक्षी है कि डिग्रीधारी युवा बेरोजगारी की समस्या से हताश होकर क्या कुछ कर सकते हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार के कार्यकाल में मैकेनिकल इंजीनियरिंग किया व्यक्ति रसोई पर्यवेक्षक का काम करने को विवश है। देश में बेरोजगारी की समस्या इस कदर विकराल हो गई है कि भारत से डेढ़ करोड़ लोगों को रोजगार के लिए दूसरे देशों में जाकर काम करना पड़ रहा है।
सरकारों को इसके कारण तलाशने चाहिए। केन्द्रीय गृहमंत्री अमित शाह पर तंज कसते हुए कुमारस्वामी ने कहा कि शाह कहते हैं कि हम नेहरू के पाप धोने का काम कर रहे हैं, लेकिन नेहरू के आजादी के लिए संघर्ष करके देश का प्रधानमंत्री बनने के समय अमित शाह पैदा ही नहीं हुए थे।
कुमारस्वामी ने आरोप लगाया कि राज्य में कुछ पुलिस अधिकारी भाजपा नेताओं को खुश करने के लिए काम कर रहे हैं। उनको लोगों के हित में काम करना चाहिए।
सरकार को भी सक्षम अधिकारियों का समुचित उपयोग करना चाहिए। मेंगलूरु में विस्फोटक मिलने की घटना को पुलिस का मॉक ड्रिल बताने के अपने बयान पर कायम कुमारस्वामी ने कहा कि दो बार मुख्यमंत्री रहने से उनको पता है कि किस घटना की क्या पृष्ठभूमि हो सकती है। इसका सुराग मिलने पर ही उन्होंने इसे मॉक ड्रिल करार दिया। हमें किसी को खुश करने के लिए कुछ नहीं कहना है और जिस चीज की जानकारी है उसे कहने से कोई रोक नहीं सकता, हमें भाजपा वालों का प्रमाण पत्र नहीं चाहिए। यह एक पटाखा फोडऩे का केस मात्र है।
एचडी देवगौड़ा के कुमारस्वामी को ठीक से प्रशिक्षण नहीं देने के सोमण्णा के बयान पर कुमारस्वामी ने कहा कि उनका कहना सही है देवगौड़ा ने उनको घर बर्बाद करने का प्रशिक्षण नहीं दिया है। सोमण्णा की हालत के बारे में वे अनजान नहीं हैं और वे कहां से आए हैं, यह भी जानता हूं। प्रहलाद जोशी सहित भाजपा के नेताओं ने मेरे खिलाफ जो बयान दिए हैं मुझे पता है। उन्होंने मुझे पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान का दामाद तक कहा है, लेकिन भाजपा वाले जवाब दें कि साड़ी लेकर पाकिस्तान जाकर रिश्तेदारी किसने की थी।