शाह ने स्पष्ट किया कि भाजपा किसी भी दल के साथ चुनावी गठजोड़ नहीं करेगी और प्रदेश की सभी 224 सीटों पर विधानसभा के चुनाव अकेले लड़ेगी। प्रदेश में आतंक पैदा करने वाली एसडीपीआई व पीएफआई पर प्रतिबंध लगाए जाने की मांग करते हुए शाह ने आरोप लगाया कि कांग्रेस चुनावों को ध्यान में रखकर इन दोनों संगठनों का तुष्टिकरण कर रही है। केरल के मुख्यमंत्री ने इन संगठनों पर प्रतिबंध लगाने की मांग की है वहीं सिद्धरामय्या राजनीतिक लाभ के लिए इन खतरनाक तत्वों के साथ सांठ-गांठ कर रहे हैं।
कर्नाटक में किसानों की आत्महत्याओं के मामले पर शाह ने कहा कि भाजपा शासित, छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश तथा महाराष्ट्र में किसानों की आत्महत्या में तेजी से कमी आई है, वहीं कांग्रेस शासित राज्यों में सरकार की किसान विरोधी नीतियों के कारण तेजी से बढ़ रही हैं। यदि राज्य में येड्डियूरप्पा के नेतृत्व में भाजपा की सरकार सत्ता में आई तो वह किसानों के प्रति समर्पित रहेगी।
एक राष्ट्र एक चुनाव के मसले पर शाह ने कहा कि इस बारे में किसी नतीजे पर पहुंचने से पहले राजनीतिक दलों को इस बारे में चिंतन- मंथन करने की आवश्यकता है। राज्य विधानसभा के चुनाव में कुछ धार्मिक नेताओं व मठ प्रमुखों के सीटें मांगने के मसले पर शाह ने कहा कि केंद्रीय संसदीय बोर्ड इस मसले पर विचार विमर्श कर वरीयता के आधार पर उचित निर्णय करेगा।