इस अवसर पर येड्डियूरप्पा ने कहा कि चुनावी घोषणा पत्र के वादे के मुताबिक अगर मुख्यमंत्री एच.डी. कुमारस्वामी किसानों का ऋण माफ नहीं करते हैं तो पार्टी राज्यव्यापी प्रदर्शन करेगी। उन्होंने कहा कि जनता ने कांग्रेस तथा जनता दल (ध) के विरोध में जनादेश दिया है। इसके बावजूद इन दोनों दलों ने गठबंधन कर जनादेश का अपमान किया है।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस तथा जनता दल (ध) के नेताओं को राज्य की जनता को बताना होगा कि चुनाव परिणाम घोषित होने के बाद इन दोनों दलों ने क्यों अपने विधायकों को होटलों में क्यों रखा है? वे
सोनिया गांधी तथा
राहुल गांधी से पूछना चाहते हैं कि वे किस बात का जश्न मनाने कर्नाटक आए हंै। क्या यह सिद्धरामय्या के मंत्रिमंडल के 16 मंत्रियों की हार का जश्न है।
क्या जनता दल (ध) 159 सीटों पर जमानत जब्त होने का जश्न मना रही है? जद (ध) को राज्य की जनता ने नकारा है। उन्होंने कहा कि उनको इस बात का पता नहीं है कि यह सरकार तीन माह तक चलेगी या नहीं। सरकार के गठन से पहले ही गठबंधन के नेता मंत्री पद के लिए लॉबिंग कर रहे हैं। विधानसभा में भाजपा एक मजबूत विपक्ष के रूप में इस सरकार की जनविरोधी नीतियों का पूरजोर विरोध करेगी। इस अवसर पर भाजपा के नेता सांसद पी.सी. मोहन, आर. अशोक, शोभा करंदलाजे, अरविंद लिंबावली, अब्दुल अजीम ने विचार रखे।
अन्य जिलों में भी प्रदर्शन
मैसूरु. भाजपा कार्यकर्ताओं ने गांधी चौक पर कांग्रेस-जनता दल (ध) के गठबंधन का विरोध किया। मौके पर विधायक एल नागेन्द्र, भाजपा नेता पन्नालाल जैन, राजकुमार सोनी, सतीश कुमार, प्रसन्ना कुमार, आचारी सुरेश बाबू आदि मौजूद रहे। मंड्या में भी भाजपा की ओर से प्रदेश में जनादेश विरोधी दिवस मनाया गया। इस दौरान कार्यकर्ताओं ने महासचिव सीटी रवि के नेतृत्व में विश्वश्वरय्या की प्रतिमा के समक्ष काली पट्टी बांधकर प्रदर्शन किया। हुब्बल्ली-धारवाड़ में जगदीश शेट्टर के नेतृत्व में देशपांडे नगर स्थित भाजपा कार्यालय के बाहर काली पट्टी बांध कर प्रदर्शन किया गया। इसके अलावा बेलगावी, विजयपुर, गदग, बेल्लारी, हावेरी, बागलकोट, मेंगलूरु, उत्तर कन्नड़, उडुपी, कोडगु आदि जिलों में प्रदर्शन हुए।