इंस्टीट्यूट का लॉकर्स के बेजा इस्तेमाल की शिकायतें मिल रही थीं, इसके बाद सभी सदस्यों को नोटिस देकर अपने लॉकर्स का निरीक्षण करवाने को कहा गया। अविनाश ने बार-बार नोटिस मिलने के बावजूद ऐसा नहीं किया। औपचारिकताएं पूरी करने के बाद इंस्टीट्यूट प्रशासन ने लॉकर तोडऩे का निर्णय किया।
अविनाश के लॉकर तोडऩे पर बैगों में भर कर रखे गए नकद 3.90 करोड़ रुपए नकद, कीमती सोने के आभूषण, बिस्किट तथा करोड़ों रुपए की संपत्ति के दस्तावेज निकले। तब इसकी सूचना कब्बन पार्क पुलिस को दी गई। पुलिस ने मौका मुआयना करने के बाद मामला आयकर विभाग को सौंप दिया। आयकर अधिकारियों ने नकदी, आभूषण और दस्तावेज व कागजात कब्जे में ले लिए और मामले की जांच कर रहे हैं। बताया जाता है कि अविनाश को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया गया है।
—— आठ वन संपदा तस्कर गिरफ्तार
बेंगलूरु. महालक्ष्मी ले आउट पुलिस ने आठ तस्करों को गिरफ्तार कर हिरण की खालें और सींग जब्त किए हैं।
पुलिस के अनुसार आरोपियों को किर्लोस्कर कॉलोनी के पास कई बोरों में भरी खालें और सींग बेचने का प्रयास करते समय पकड़ा गया। उनके नाम उत्तर कन्नड़ जिले के मंजुनाथ (30), कृष्णा (60), उदय गंगाधर (48), राम नायक (59), महेन्द्र हेगड़े (19), मंजुनाथ (24), राघवेंद्र नारायण पुजारी (27) और सुनील नायक (30) को गिरफ्तार किया गया।
बेंगलूरु. महालक्ष्मी ले आउट पुलिस ने आठ तस्करों को गिरफ्तार कर हिरण की खालें और सींग जब्त किए हैं।
पुलिस के अनुसार आरोपियों को किर्लोस्कर कॉलोनी के पास कई बोरों में भरी खालें और सींग बेचने का प्रयास करते समय पकड़ा गया। उनके नाम उत्तर कन्नड़ जिले के मंजुनाथ (30), कृष्णा (60), उदय गंगाधर (48), राम नायक (59), महेन्द्र हेगड़े (19), मंजुनाथ (24), राघवेंद्र नारायण पुजारी (27) और सुनील नायक (30) को गिरफ्तार किया गया।
उनके कब्जेे से एक तंदुए और हिरण की चार खालें और छह सीग जब्त किए गए। सभी आरोपी तस्कर हैं और उन्होंने उत्तर कन्नड़ जिले के जंगलों में कई जानवरों के शिकार किए थे। जांच से पता चला है कि आरोपियों ने इससे पहले कई जानवरों की खालें और सींग गोवा और महाराष्ट्र में भी बेचे।