चिकित्सा शिक्षा और स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ. के. सुधाकर ने रविवार को ट्वीट कर इसकी जानकारी दी। उन्होंने खुद नाम बदलने की सिफारिश की थी। जिसे स्वीकार करते हुए प्रदेश सरकार ने इस बाबत जरूरी आदेश जारी किए।
बॉरिंग एंड लेडी कर्जन अस्पताल 152 वर्ष पुराना है और ब्रिटिश राज के दौरान 19वीं सदी के अंत से विद्यार्थियों को मेडिकल की शिक्षा देता आ रहा है।
मैसूरु के आयुक्त लेविन बेंटन बॉरिंग ने वर्ष 1868 में 104 बिस्तरों के साथ इसकी शुरुआत के समय इसका नाम बॉरिंग एंड लेडी कर्जन रखा था।