…तब बसपा जीती थी एक सीट
बसपा ने वर्ष २००४ में राज्य की राजनीति में कदम रखा था। उस वर्ष के विधानसभा चुनाव में पार्टी १०२ सीटों पर चुनाव लड़ी थी और उसे १.७४ फीसदी वोट मिले थे। इसके बाद हुए लोकसभा चुनाव में बसपा ने राज्य की ९ सीटों पर उम्मीदवार उतारे थे और उसे १.२२ फीसदी मत मिले थे। इसके बाद २००८ के विधानसभा चुनाव में बसपा ने २१७ सीटों पर उम्मीदवार उतारे थे और उसे २.७ फीसदी वोट मिले थे लेकिन पार्टी कोई सीट नहीं जीत पाई। हालांकि,वर्ष २००९ के लोकसभा चुनाव में बसपा का मत हिस्सेदारी घटकर १.६६ फीसदी ही रह गया। हालांकि, वर्ष १९९४ के विधानसभा चुनाव में बसपा ने एक सीट जीती थी। उस वक्त उत्तर कर्नाटक के बीदर सीट से सैयद जुल्फीकार हाशमी ने बसपा उम्मीदवार के तौर पर जीत दर्ज की थी लेकिन बाद में उन्होंने बसपा छोड़ दी। इसके बाद से बसपा का राज्य में किसी चुनाव में खाता नहीं खुल पाया।
लोस चुनाव में बना रहेगा गठबंधन
अली ने कहा दोनों दलों के बीच गठबंधन को महत्वपूर्ण बताते हुए कहा कि देश की राजनीतिक पर इसका गहरा प्रभाव पड़ेगा। अली ने कहा कि दोनों दलों में पहली बार गठबंधन हुआ है और यह लोकसभा चुनाव व उसके बाद भी जारी रहेगा। अली ने कहा कि गठबंधन दोनों प्रमुख राष्ट्रीय दलों के क्षेत्रीय दलों को हाशिए पर ले जाने की कोशिशों के खिलाफ संघर्ष करेगा। अली ने कहा कि राज्य में अनुसूचित जाति की 22 फीसदी मतदाता हैं और बसपा का यहां अच्छा जनाधार है।
राज्य में बसपा के जनाधार के बारे में पूछे जाने पर पर मिश्रा ने कहा कि राज्य में पिछले चुनावों में अकेले लडऩे के बावजदू कई सीटों पर पार्टी का प्रदर्शन अच्छा रहा था। मिश्रा ने कहा कि आसपास के राज्यों में भी पार्टी का प्रदर्शन अच्छा रहा है। मिश्रा और अली ने कहा कि राज्य में अगली सरकार जद (ध) के नेता एच डी कुमारस्वामी के नेतृत्व में बनेगी। देवेगौड़ा ने कहा कि दलित मतों के विभाजन को रोकने के लिए गठजोड़ किया गया है।
17 को देवेगौड़ा-मायावती एक मंच
मिश्रा और अली ने बताया कि देवेगौड़ा और मायावती 17 फरवरी को बेंगलूरु में आयोजित कार्यक्रम में साझा चुनाव प्रचार अभियान की शुरुआत करेंगे। दोनों नेता इस मौके पर रैली को भी संबोधित करेंगे।
यहां लड़ेगी बसपा
मिश्रा और अली की ओर से जारी संयुक्त बयान में कहा गया है कि बसपा चामराजनगर और बेलगवाी जिले की 3-3, बेंगलूरु शहरी, दावणगेरे, बल्लारी, बागलकोट, बीदर, उडुपी, धारवाड़, हावेरी, विजयपुर, दक्षिण कन्नड़ जिले के 1-1, कलबुर्गी और गदग के 2-2 सीटों पर चुनाव लड़ेगी। समझौते में बसपा को चामराजनगर की कोल्लेगळ (सु), चामराज नगर और गुंडलपेट, बेंगलूरु शहरी जिले में आनेकल (सु), बेलगावी में निप्पाणी, चिक्कोडी-सदलगा, रायबाग (सु), दावणगेरे में होन्नली, बीदर में बीदर उत्तर, कलबुर्गी में चित्तापुर और कलबुर्गी ग्रामीण, बल्लारी में विजयनगर, बागलकोट में बागलकोट शहर, उडुपी में कारकला, धारवाड़ में हुब्बली-धारवाड़ में पूर्व (सु), हावेरी में ब्यादगी, गदग में शिरहट्टी (सु) व गदग शहर, विजयपुर में बालेश्वर, दक्षिण कन्नड़ में सूलिया सीटें मिली हैं।
बसपा ने वर्ष २००४ में राज्य की राजनीति में कदम रखा था। उस वर्ष के विधानसभा चुनाव में पार्टी १०२ सीटों पर चुनाव लड़ी थी और उसे १.७४ फीसदी वोट मिले थे। इसके बाद हुए लोकसभा चुनाव में बसपा ने राज्य की ९ सीटों पर उम्मीदवार उतारे थे और उसे १.२२ फीसदी मत मिले थे। इसके बाद २००८ के विधानसभा चुनाव में बसपा ने २१७ सीटों पर उम्मीदवार उतारे थे और उसे २.७ फीसदी वोट मिले थे लेकिन पार्टी कोई सीट नहीं जीत पाई। हालांकि,वर्ष २००९ के लोकसभा चुनाव में बसपा का मत हिस्सेदारी घटकर १.६६ फीसदी ही रह गया। हालांकि, वर्ष १९९४ के विधानसभा चुनाव में बसपा ने एक सीट जीती थी। उस वक्त उत्तर कर्नाटक के बीदर सीट से सैयद जुल्फीकार हाशमी ने बसपा उम्मीदवार के तौर पर जीत दर्ज की थी लेकिन बाद में उन्होंने बसपा छोड़ दी। इसके बाद से बसपा का राज्य में किसी चुनाव में खाता नहीं खुल पाया।
लोस चुनाव में बना रहेगा गठबंधन
अली ने कहा दोनों दलों के बीच गठबंधन को महत्वपूर्ण बताते हुए कहा कि देश की राजनीतिक पर इसका गहरा प्रभाव पड़ेगा। अली ने कहा कि दोनों दलों में पहली बार गठबंधन हुआ है और यह लोकसभा चुनाव व उसके बाद भी जारी रहेगा। अली ने कहा कि गठबंधन दोनों प्रमुख राष्ट्रीय दलों के क्षेत्रीय दलों को हाशिए पर ले जाने की कोशिशों के खिलाफ संघर्ष करेगा। अली ने कहा कि राज्य में अनुसूचित जाति की 22 फीसदी मतदाता हैं और बसपा का यहां अच्छा जनाधार है।
राज्य में बसपा के जनाधार के बारे में पूछे जाने पर पर मिश्रा ने कहा कि राज्य में पिछले चुनावों में अकेले लडऩे के बावजदू कई सीटों पर पार्टी का प्रदर्शन अच्छा रहा था। मिश्रा ने कहा कि आसपास के राज्यों में भी पार्टी का प्रदर्शन अच्छा रहा है। मिश्रा और अली ने कहा कि राज्य में अगली सरकार जद (ध) के नेता एच डी कुमारस्वामी के नेतृत्व में बनेगी। देवेगौड़ा ने कहा कि दलित मतों के विभाजन को रोकने के लिए गठजोड़ किया गया है।
17 को देवेगौड़ा-मायावती एक मंच
मिश्रा और अली ने बताया कि देवेगौड़ा और मायावती 17 फरवरी को बेंगलूरु में आयोजित कार्यक्रम में साझा चुनाव प्रचार अभियान की शुरुआत करेंगे। दोनों नेता इस मौके पर रैली को भी संबोधित करेंगे।
यहां लड़ेगी बसपा
मिश्रा और अली की ओर से जारी संयुक्त बयान में कहा गया है कि बसपा चामराजनगर और बेलगवाी जिले की 3-3, बेंगलूरु शहरी, दावणगेरे, बल्लारी, बागलकोट, बीदर, उडुपी, धारवाड़, हावेरी, विजयपुर, दक्षिण कन्नड़ जिले के 1-1, कलबुर्गी और गदग के 2-2 सीटों पर चुनाव लड़ेगी। समझौते में बसपा को चामराजनगर की कोल्लेगळ (सु), चामराज नगर और गुंडलपेट, बेंगलूरु शहरी जिले में आनेकल (सु), बेलगावी में निप्पाणी, चिक्कोडी-सदलगा, रायबाग (सु), दावणगेरे में होन्नली, बीदर में बीदर उत्तर, कलबुर्गी में चित्तापुर और कलबुर्गी ग्रामीण, बल्लारी में विजयनगर, बागलकोट में बागलकोट शहर, उडुपी में कारकला, धारवाड़ में हुब्बली-धारवाड़ में पूर्व (सु), हावेरी में ब्यादगी, गदग में शिरहट्टी (सु) व गदग शहर, विजयपुर में बालेश्वर, दक्षिण कन्नड़ में सूलिया सीटें मिली हैं।