दुर्भाग्य को सौभाग्य में बदल सकते हैं-साध्वी भव्यगुणाश्री
धर्मसभा
बैंगलोर
Published: July 20, 2022 08:19:47 am
बेंगलूरु. चिंतामणि पाश्र्वनाथ जैन श्वेताम्बर मूर्तिपूजक संघ महालक्ष्मी लेआउट में विराजित साध्वी भव्यगुणाश्री ने कहा कि जिस तरह समंदर की एक मछली समंदर में रहते हुए भी प्यासी है। वह क्यों प्यासी है, वह उसका दुर्भाग्य है। लेकिन दुर्भाग्य को सौभाग्य में बदल सकते हैं। कैसे अपनी सोच के द्वारा। उन्होंने कहा कि शरीर सब के एक से होते हैं, ब्लड सब के एक से हैं, भूख प्यास सब की एक सी हैं लेकिन सब की सोच अलग हैं। जीवन को महान बनाने के लिए सोच महान होना चाहिए। सिंहासन पर बैठने से महान नहीं होते सोच महान होने से महान होता है। जीवन को महान बनाने के लिये बड़े शास्त्र, ग्रंथ पढऩे की आवश्यकता नही है। आप को बस अपनी सोच बदलना है। साध्वी शीतलगुणाश्री ने कहा कि जहां पेड़ और पानी साथ हो। वहां हरियाली अपने आप आ जाती है। जीवन भी यही है जहां मन की सरलता और परिवार के संस्कार हों वहां जिन्दगी में हरियाली आती है। खोजोगे तो हर मंजिल की राह मिल जाती है, सोचोगे तो हर बात की वजह मिल जाती है, जिंदगी इतनी भी मजबूर नहीं है जिगर से जियो तो मौत भी जीने की अदा बन जाती है। लोगों की बातें या भविष्य वाणी सुनकर, हार मान लेना, बिना परीक्षा दिए ही फेल हो जाने जैसा है। नरेश बंबोरी ने बताया कि साध्वी की निश्रा में प्रतिदिन 108 उवसग्गहरं अभिषेक का कार्यक्रम चल रहा है। रविवार को ऋद्धि सिद्धि समृद्धी दायक महामंगलकारी महा मांगलिक का आयोजन होगा। हेमराज-रखबचंद मोदी परिवार ने लाभ लिया।

दुर्भाग्य को सौभाग्य में बदल सकते हैं-साध्वी भव्यगुणाश्री
पत्रिका डेली न्यूज़लेटर
अपने इनबॉक्स में दिन की सबसे महत्वपूर्ण समाचार / पोस्ट प्राप्त करें
अगली खबर
