पुलिस के अनुसार भीमा नदी के किनारे चड़चण तहसील के केरूर गांव निवासी महादेव बैरागोंडा (४५) ने अपने अंंगरक्षकों के साथ तीन कारों में विजयपुर के भूतानाल क्रास स्थित हनुमंता के पाइप कारखाने का दौरा किया। वह हनुमंता से मुलाकात कर केरूर गांव लौटते समय कन्नाल क्रास गांव के करीब एक लॉरी ने महादेव की कार को टक्कर मार दी। कार बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई।
इसके बाद लगभग दस-बारह लोगों ने कार को चारों तरफ से घेरा और फायरिंंग कर भाग गए। महादेव के पेट में दो और पीठ में एक गोली लगी। महोदव के प्रबंधक बाबू राम मारुति (64) की घटना स्थल पर ही मौत हो गई। कार चालक लक्ष्मण दिन्डोरे (27), गन मैन जगबीर सिंह, प्रेम सिंह, रमेश और बसप्पपा भजंत्री गंभीर रूप से घायल हुए थे। उन्हें निजी अस्पताल मेें भर्ती कराया गया था। मंगलवार सुबह लक्ष्मण ने दम तोड़ दिया।
पुलिस अधीक्षक अनुपम अगरवाल ने पत्रकारों को बताया कि हमले के कारण का पता नहीं चला। आरोपियों को गिरफ्तार करने विशेष दल गठित किया गया है।
पुलिस अधीक्षक अनुपम अगरवाल ने पत्रकारों को बताया कि हमले के कारण का पता नहीं चला। आरोपियों को गिरफ्तार करने विशेष दल गठित किया गया है।
जांच से पता चला है कि दो साल पहले धर्मराज चड़़चण और उसके भाई की हत्या मामले में महादेव जेल गया था। वह एक माह पहले जमानत पर रिहा हुआ था। पुरानी दुश्मनी के चलते हत्या का प्रयास किया गया है।