—————— 40 से कम उम्र के लोगों में बढ़ रही लिवर की बीमारियां
बेंगलूरु. 40 से कम उम्र के लोगों में लिवर की बीमारियां तेजी से बढ़ रही हैं। शराब, व्यायाम की कमी व वसायुक्त भोजन इसके मुख्य कारणों में हैं। मौत के 10 प्रमुख कारणों में लिवर की बीमारी भी शामिल है। महिलाओं से ज्यादा पुरुष प्रभावित हैं। विश्व लिवर दिवस के उपलक्ष्य में मंगलवार को विक्रम अस्पताल में आयोजित एक कार्यक्रम में जानकारी दे रहे सर्जिकल गैस्ट्रोइंटेरोलॉजिस्ट डॉ. सी. विक्रम बी. ने बताया, विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार देश में हर साल करीब 10 लाख लोग लिवर सिरोसिस के शिकार हो रहे हैं। यह कैंसर के बाद सबसे गंभीर बीमारी है। इसमें लिवर की कोशिकाएं बड़े पैमाने पर नष्ट हो जाती हैं। इसका एक मात्र उपचार लिवर प्रत्यारोपण है।
बेंगलूरु. 40 से कम उम्र के लोगों में लिवर की बीमारियां तेजी से बढ़ रही हैं। शराब, व्यायाम की कमी व वसायुक्त भोजन इसके मुख्य कारणों में हैं। मौत के 10 प्रमुख कारणों में लिवर की बीमारी भी शामिल है। महिलाओं से ज्यादा पुरुष प्रभावित हैं। विश्व लिवर दिवस के उपलक्ष्य में मंगलवार को विक्रम अस्पताल में आयोजित एक कार्यक्रम में जानकारी दे रहे सर्जिकल गैस्ट्रोइंटेरोलॉजिस्ट डॉ. सी. विक्रम बी. ने बताया, विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार देश में हर साल करीब 10 लाख लोग लिवर सिरोसिस के शिकार हो रहे हैं। यह कैंसर के बाद सबसे गंभीर बीमारी है। इसमें लिवर की कोशिकाएं बड़े पैमाने पर नष्ट हो जाती हैं। इसका एक मात्र उपचार लिवर प्रत्यारोपण है।
मेडिकल गैस्ट्रोइंटेरोलॉजिस्ट डॉ. धीरज करंत सी. ने कहा, लिवर की बीमारियों के उपचार में स्टेम सेल थेरेपी की संभावनाओं पर भी अनुसंधान जारी है। थकान, पीलिया, खुजली और भूख में कमी लिवर में समस्या की ओर इशारा करते हैं। हालांकि शुरुआत में ज्यादातर लक्षण सामने नहीं आते हैं। इसलिए लिवर की नियमित जांच जरूरी है। अस्पताल के मुख्य कार्यकारी अधिकारी डॉ. सोमेश मित्तल ने बताया अस्पताल के 32 चिकित्सकों ने अंगदान की शपथ ली। जिसमें लिवर भी शामिल है।