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बारिश: दो दिन में 6 ने गंवाई जान

locationबैंगलोरPublished: May 31, 2018 05:24:21 pm

Submitted by:

Ram Naresh Gautam

शूटिंग पर गए फिल्म निर्देशक की मौतजनजीवन पटरी पर लौटने में लगेगा वक्तबिजली, दूरसंचार और सड़क यातायात बुरी तरह प्रभावित

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बारिश: दो दिन में 6 ने गंवाई जान

बेंगलूरु. दक्षिण पश्चिम मानसून के राज्य में प्रवेश के ठीक पूर्व तटीय कर्नाटक में शुरू हुई मूसलाधार बारिश से पूरे क्षेत्र का जनजीवन बेपटरी हो गया है। स्थिति की गंभीरता को देखते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने खुद जिलों के वरिष्ठ अधिकारियों से बात की, जबकि गृहमंत्री राजनाथ सिंह और मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी हालात पर निगरानी रख रहे हैं। पिछले 24 घंटों के दौरान बारिश और तेज हवाओं के कारण न सिर्फ व्यापक पैमाने पर संपत्ति को नुकसान पहुंचा है बल्कि एक नौ वर्षीय स्कूली बच्ची निधि सहित कुल छह लोगों की मौत हो गई।
मंगलवार को जहां अलग-अलग हादसों में तीन लोगों की मौत हुई थी, वहीं बुधवार को निधि का शव मिलने के बाद मौत का आंकड़ा चार पहुंच गया। इसके अतिरिक्त बुधवार को दक्षिण कन्नड़ जिले के बेलथानगड़ी तालुक अपनी फिल्म की शूटिंग के लिए गए फिल्म निर्देशक संतोष शेट्टी कटील की इमाया जलप्रपात के पास फिसलकर गिरने से मौत हो गई जबकि एक अन्य घटना में एक महिला की मौत हो गई है। इस प्रकार दो दिनों में कुल छह
लोगों की बारिशजनित हादसों में मौत
हो गई। बुधवार को बारिश में कमी आने के बावजूद मेंगलूरु सहित पूरे तटीय क्षेत्र में स्थिति गंभीर बनी रही। यहां तक कि कई क्षेत्रों में पिछले 24 घंटे से बिजली आपूर्ति और फोन सेवा भी बाधित है। वहीं बारिश के दौरान सड़कों पर हुए जलजमाव के कारण कई जगहों पर सड़कें बाधित हो गई हैं, जिससे वाहनों की आवाजाही भी प्रभावित हो रही है। बड़े स्तर पर पेड़ और बिजली के खंभों के गिरने से कई जगहों पर यातायात बहाल करने के लिए पुलिस और स्थानीय प्रशासन को घंटों मशक्कत करनी पड़ी। जिला प्रशासन के अनुसार पूरे क्षेत्र में राहत और बचाव कार्य युद्ध स्तर पर चलाया जा रहा है। राहत एवं बचाव कार्यों के लिए स्थानीय पुलिस, अग्रिशमन दल और नगरनिगमकर्मियों के अतिरिक्त एनडीआरएफ के जवानों की भी मदद ली जा रही है। मेंगलूरु और उडुपी दोनों जगहों पर एनडीआरएफ की टीमें पहुंच गई है और अलग अलग जगहों पर उन्हें लगाया गया है। स्थानीय प्रशासन के अनुसार बारिश रुकने के कारण स्थिति सामान्य होने लगी है लेकिन आम जनजीवन के पटरी पर लौटने में अभी समय लगेगा।
36 साल बाद इतनी बारिश
दक्षिणी कन्नड़ जिला प्रशासन द्वारा जारी किए गए बारिश के आंकड़ों के अनुसार पिछले चौबीस घंटे के दौरान बारिश ने नया रिकॉर्ड बनाया है। मेंगलूरु में 24 घंटे के दौरान जहां 288.5 मिमी बारिश हुई है, मेंगलूरु के पानमबुर 24 घंटे में 333. मिमी बारिश हुई है जो वर्ष-1982 के बाद एक दिन में हुई सर्वाधिक बारिश है। इसी प्रकार जिले के पुत्तूर तालुक में 109 मिमी और बंटवाल में 122.6 मिमी बारिश हुई।
बेलथानगडी और सुल्लिया तालुकों में क्रमश: 65 मिमी और 71 मिमी बारिश हुई है। इस प्रकार जिले में 24 घंटे में औसत 131.4 मिमी बारिश हुई है। मौसम विभाग के अनुसार जिले में मई महीने के दौरान औसत 170 मिमी बारिश होती है, जबकि इस बार जिले में करीब 400 मिमी बारिश हुई है। यहां तक कि वर्ष के पहले पांच महीनों में जिले में औसत 234 मिमी बारिश होती है जबकि इस वर्ष पहले पांच महीनों के दौरान 496 मिमी बारिश हुई है। उसमें भी पिछले चौबीस घंटे के दौरान हुई रिकॉर्ड बारिश के कारण ही स्थिति गंभीर हो गई।
16 घंटे बाद मिला बच्ची का शव
उडुपी में नौ वर्षीय निधि आचार्य मंगलवार को तेज बारिश के दौरान अपनी 12 वषर््ीय बहन निशा के साथ स्कूल से घर लौट रही थी, इसी दौरान पाडुबिदरी में एक छोटी सी पुलिया को पार करने के दौरान पानी के तेज बहाव में निधि बह गई। करीब 16 घंटे की छानबीन के बाद बुधवार सुबह करीब 8.30 बजे के राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ) जवानों को घटनास्थल से 100 मीटर की दूरी पर निधि का शव मिला। शव के पास ही निधि का स्कूल बैग और जैकेट भी बरामद हुआ। जिला उपायुक्त प्रियंका मेरी फ्रांसिस ने घटनास्थल का दौरा किया और पीडि़त परिजनों के लिए 4 लाख रुपए मुआवजा की घोषणा की। वहीं, दक्षिण कन्नड़ जिला उपायुक्त शशिकांत सैंथिल ने पीडि़तों के परिजनों से मुलाकात की और राज्य सरकार की ओर से 5 लाख रुपए मुआवजे का चेक सौंपा।

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