बाढ़ व भारी बारिश व भू-स्खलन के कारण कितने हेक्टेयर में खड़ी फसलें तबाह हुई हैं, कितने किलोमीटर लंबी सड़कें क्षतिग्रस्त हुई हैं और मकानों व सार्वजनिक भवनों को कितनी क्षति पहुंची है इस बारे में राज्य सरकार के संबंधित विभागों से पृथक रिपोर्ट पर विचार करने के बाद केन्द्र सरकार मदद राशि जारी करने पर विचार करेगी।