आम बजट में सरकार की सामाजिक संवेदनाएं उजागर : निर्मला
योजनाओं से स्पष्ट होता है कि केंद्र सरकार की वरीयताएं क्या है

बेंगलूरु. केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि आम बजट में सरकार की सामाजिक संवेदनाएं उजागर हुईं। रविवार को प्रदेश भाजपा वित्त प्रकोष्ठ की ओर से आम बजट पर आयोजित संवाद में उन्होंने यह बात कही। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार ने समाज के कमजोर वर्गों को न्याय दिलाने के लिए कई योजनाएं जारी की है। इन योजनाओं से स्पष्ट होता है कि केंद्र सरकार की वरीयताएं क्या है।उन्होंने कहा कि जनसंघ के संस्थापक दिनदयाल उपाध्याय ने पहली बार समाज के उपेक्षित वर्गों के लिए अंत्योदय की विचारधारा रखी थी। आज भाजपा सरकार ने इस विचारधारा के अनुरुप ऐसे वर्गो को सामाजिक न्याय दिलाने के लिए योजनाएं लागू की है। उन्होंने कहा कि जनधन योजना के कारण देश में पहली बार गरीबों के बैंकों में खाते खुले हंै। मुद्रा योजना के अंतर्गत ऋण लेकर कई युवा तथा महिलाएं आत्मनिर्भर हो रही हैं। उद्यमियों को केंद्र सरकार ने पैकेज के तहत राहत दिलाने का प्रयास किया है।ऐसे प्रयासों से उद्यम तथा विनिर्माण क्षेत्रों को गति मिल रही है।संवाद के दौैरान वित्त मंत्री ने कई आशंकाओं का समाधान किया। उद्यमियों और कारोबारियों ने व्यापार संबंधी नियमों और समस्याओं को लेकर सुझाव दिए। खागा के पूर्व अध्यक्ष सज्जनराज मेहता ने कपड़ों पर जीएसटी के दो अलग स्लैब का मसला उठाया और ई-वे बिल को सरल बनाने का सुझाव दिया।इस अवसर पर प्रदेश भाजपा वित्त प्रकोष्ठ के अध्यक्ष समीर कागलकर, प्रकोष्ठ के परामर्शक विश्वनाथ भट, सहसंचालक किरण जपाजी उपस्थित थे।
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