उन्होंने कहा कि यह जिला प्रशासन के लिए चिंता का विषय है। वन विभाग के अधिकारियों को इन क्षेत्रों को सख्ती से बंद करने और कर्नाटक में तमिलनाडु के लोगों को आने की अनुमति नहीं देने के निर्देश दिए गए हैं।
एमएम हिलस के डीएफओ यडिकोड़लू ने कहा कि उन्होंने इन अवैध मार्गों पर 30 से अधिक वन कर्मियों को तैनात किया है और क्षेत्रों को भी बंद कर दिया है। चूंकि, चामराजनगर जिले में अब तक कोरोना वायरस का एक भी सकारात्मक मामला नहीं मिला है और जिला प्रशासन ग्रीन ज़ोन का टैग हर हालत में जारी रखना चाहता है, इसलिए सीमावर्ती क्षेत्रों से अवैध रूप से घुसने वालों को रोकने के लिए कई उपाय किए गए हैं।
अधिकारियों का कहना है कि कर्नाटक में रहने वालों के तमिलनाडु में कई रिश्तेदार हैं और वे लगातार अवैध मार्गों से एक जगह से दूसरी जगह जाने की कोशिश करते रहते हैं। कुछ सीमावर्ती गाँव तमिलनाडु के तालुकों के बहुत करीब हैं। दोनों ओर के लोगों के बीच व्यापारिक आदान प्रदान भी लगातार चलता रहता है।
उन्होंने कहा कि वन अधिकारी इन क्षेत्रों में लोगों को कोविड-19 के बारे में जागरूक करने का प्रयास कर रहे हैं।