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कुमारस्वामी ने 83 दिनों में 43 मंदिरों की यात्रा

locationबैंगलोरPublished: Aug 16, 2018 07:56:03 pm

Submitted by:

Ram Naresh Gautam

आस्था : चुनाव प्रचार के समय से चल रहा सिलसिला

HD kumarswamy

मुख्यमंत्री ने 83 दिनों में 43 मंदिरों की यात्रा

बेंगलूरु. विधानसभा चुनाव परिणामों के बाद भी मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी का मंदिरों का दर्शन पूजा अनुष्ठानों का सिलसिला बरकरार है। सत्ता में आकर 83 दिनों में मुख्यमंत्री ने 43 मंदिरों का दौरा किया है। इस दौरान मुख्यमंत्री ने उनके परिवार की कुल देवी के हरदनहल्ली में स्थित मंदिर के साथ कुक्के सुब्रमण्या, धर्मस्थल के मंजूनाथ, शृंगेरी शारदापीठ, आदिचुंचनगिरी का भैरवेश्वर मंदिर, मैसूरु का चामुंडेश्वरी मंदिर, नंजनगुड का श्रीकंठेश्वर मंदिर, मलै महादेश्वर, तिरुपति बालाजी समेत विभिन्न 43 मंदिरों का दौरा किया है।
बताया जाता है कि राज्य के किसी भी मुख्यमंत्री ने इतने कम समय में 43 मंदिरों का दौरा नहीं किया है। उल्लेखनीय है कि पूर्व प्रधानमंत्री एच.डी. देवेगौडा का पूरा परिवार ही धार्मिक अनुष्ठानों में भाग लेने के लिए मशहूर है। सोमवार को मुख्यमंत्री ने पिता एच.डी. देवेगौड़ा मां चेनम्मा के साथ कुक्केसुब्रमण्या मंदिर का दौरा कर तुलाभार किया।

कुक्के सुब्रमण्या देवस्थान में की विशेष पूजा
बेंगलूरु. प्रदेश के प्रमुख मंदिरों में दर्शन व पूजा पाठ कार्यक्रमों में भाग ले रहे मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी ने मंगलवार को सुल्या तालुक के कुक्के सुब्रमण्या देवस्थान में जाकर आश्लेष बलि पूजा तथा तुला भार अनुष्ठानों में भाग लिया। पिता एचडी देवेगौड़ा, मां चेन्नम्मा, पत्नी अनीता कुमारस्वामी व अन्य के साथ मंगलवार को सुबह धर्मस्थला से कुक्के सुब्रमण्य पहुंचने पर मंदिर की तरफ से कुमारस्वामी का स्वागत किया गया। मंदिर के हाथी ने कुमारस्वामी को फूलों का हार पहनाया।
इस अवसर पर देवेगौड़ा द्वारा आयोजित की गई आश्लेष बलि पूजा के विधि विधानों मे कुमारस्वामी ने पूरे परिवार के साथ भाग लिया। गठबंधन सरकार व उनके पुत्र की सरकार को किसी तरह की बाधा का सामना नहीं करना पड़े इसी मकसद से देवेगौड़ा ने मंदिर में इस पूजा का आयोजन किया। मंदिर में कुमारस्वामी ने तराजू में बैठकर किशमिश के बराबर वजन करवाकर तुला भार सेवा अर्पित की। इसके बाद उन्होंने मंदिर में पंचाभिषेक सहित अन्य अनुष्ठानों में भाग लिया और दोपहर के बाद राजधानी बेंगलूरु लौटे।
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