स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग के आयुक्त पांडे ने लोगों से घबराने नहीं बल्कि एहतियात बरतने की अपील की है। उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस के लक्षण आम सर्दी, खांसी, गले में खराश और बुखार जैसे ही हैं। इन लक्षणों के प्रति सबसे ज्यादा उन लोगों को सावधान रहने की जरूरत है जिन्होंने चीन या कोरोना वायरस प्रभावित किसी भी देश की यात्रा की हो। ऐसे लोग अविलंब आरोग्य सहाय वाणी हेल्प लाइन संख्या 104 पर संपर्क करें।
उन्होंने बताया कि वायरस प्रभावित किसी भी देश से आने वाले हर यात्री की जांच की जा रही है। लक्षण सामने नहीं आने के बावजूद सभी को अगले 28 दिनों तक उनके घरों या होटलों में अलग निगरानी में रखा जाएगा।
डॉ. प्रकाश कुमार ने बताया कि कोरोना वायरस के लक्षण संक्रमण के न्यूनतम दो सप्ताह बाद सामने आते हैं। चीन (China) के वुहान से बेंगलूरु पहुंचने वाले हर यात्री के रक्त के नमूने जांच के लिए भेजे जा रहे हैं चाहे उनमें लक्षण दिखे या न दिखे। बेहतर रोकथाम के लिए प्रदेश, जिला और विभागीय स्तर पर टास्क फोर्स गठित की गई है जिसमें स्वास्थ्य विभाग और महिला एवं बाल विकास विभाग सहित अन्य विभाग के प्रतिनिधि हैं। कोरोना वायरस और इसके उपचार, प्रबंधन व रोकथाम संबंधित दिशा-निर्देशों को प्रभावी तरीके से लागू करवाना टास्क फोर्स की मूल जिम्मेदारी होगी।