scriptCM Bommai announces special training for middle-level police personnel | साइबर क्राइम से निपटने पुलिस बल को मिलेगी विशेष ट्रेनिंग | Patrika News

साइबर क्राइम से निपटने पुलिस बल को मिलेगी विशेष ट्रेनिंग

locationबैंगलोरPublished: Dec 11, 2022 08:29:24 pm

Submitted by:

Rajeev Mishra

आपराधिक घटनाओं में तकनीक के बढ़ते इस्तेमाल पर चिंता जताई

साइबर क्राइम से निपटने पुलिस बल को मिलेगी विशेष ट्रेनिंग
साइबर क्राइम से निपटने पुलिस बल को मिलेगी विशेष ट्रेनिंग
बेंगलूरु.
आपराधिक घटनाओं में तकनीक के बढ़ते इस्तेमाल को देखते हुए मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने पुलिस सुधार पर जोर दिया। साइबर अपराधों से निपटने में तकनीकी उन्नयन और विशेषज्ञता बढ़ाने के लिए अगले बजट में धनराशि आवंटित करने का आश्वासन दिया।
यहां रविवार को राजभवन में राष्ट्रपति पुलिस पदक से अलंकृत पुलिस कर्मियों के लिए आयोजित सम्मान समारोह में मुख्यमंत्री ने कहा कि तकनीक आधारित अपराधों की संख्या में काफी बढ़ोतरी हुई है। राज्य पुलिस को भी तकनीक अपनाने में पीछे नहीं रहना चाहिए। विशेषज्ञों की मदद से पुलिस अधिकारियों को तकनीकी रूप से प्रशिक्षित किया जाएगा। इसके लिए बजट में आवश्यक अनुदान जारी करेंगे।
उन्होंने कहा कि आइपीएस और निचले स्तर के पुलिस कर्मियों को उचित प्रशिक्षण मिलता है। मध्यम स्तर के पुलिसकर्मी के लिए भी बेहतर प्रशिक्षण सुनिश्चित किया जाएगा। उनके लिए एक अलग प्रशिक्षण केंद्र, पाठ्यक्रम और विभिन्न कोर्स की आवश्यकता होगी। इसकी व्यवस्था सरकार करेगी जिससे वे अधिक समर्पित भाव से अपनी सेवाएं दे सकेंगे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि कानून-व्यवस्था कायम रखने और अपराधों की रोकथाम की जिम्मेदारी पुलिस की है। पुलिस अनुसंधान को प्रभावी बनाने के लिए राज्य में हर जगह फोरेंसिक विज्ञान प्रयोगशाला की स्थापना की जाएगी। पुलिस विभाग के साथ एफएसएल का भी आधुनिकीकरण किया जाएगा। अपराध का पता लगाने में इन प्रयोगशालाओं की अहम भूमिका होती है। हुब्बल्ली और बल्लारी में दो-दो प्रयोगशालाओं की स्थापना की गई है। हर जगह कम से कम दो एफएसएल प्रयोगशाला स्थापित की जानी चाहिए। अपराध का पता लगाने में तनिक भी देर नहीं होनी चाहिए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पुलिस भर्ती में अनियमितता को रोकने के लिए कड़े कदम उठाए जाने चाहिए। विभाग के शीर्ष अधिकारियों को सोचना चाहिए और जवाब देना चाहिए कि क्या भर्ती में अनियमितताएं रोकी जा सकती थीं। उनके द्वारा आवश्यक कार्रवाई की जानी चाहिए। पुलिस बल को अपने जीवन और कई चीजों के साथ समझौता करना पड़ता है। उन्हें दबाव में काम करना पड़ता है। इस सबके बावजूद राज्य की पुुलिस पूरी तत्परता और कुशलता के साथ सेवाएं दे रही है। राज्य पुलिस देश में नंबर वन है। पुलिस कर्मियों के लिए नियम पिता के समान और कर्तव्य मां के समान है। यह खुशी की बात है कि राज्य के कई पुलिसकर्मी राष्ट्रपति पुरस्कार के लिए चुने गए।
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