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मुख्यमंत्री ने भाजपा को विकास पर चर्चा के लिए बुलाया

locationबैंगलोरPublished: Jun 16, 2019 07:21:20 pm

मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी ने जेएसडब्लू स्टील ग्रुप को जमीन बेचने, सूखा प्रबंधन, कृषि ऋण माफी में विलंब, आइएमए धोखाधड़ी प्रकरण सहित विभिन्न मांगों को लेकर भाजपा के दिन-रात के धरने को गंभीरता से लेते हुए कहा कि वे इन तमाम मसलों पर विपक्ष से चर्चा को तैयार हैं।

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मुख्यमंत्री ने भाजपा को विकास पर चर्चा के लिए बुलाया

जिंदल को जमीन आवंटन, सूखा प्रबंधन पर चर्चा को तैयार
भाजपा ने किया प्रस्ताव अनदेखा
मुख्यमंत्री ने की भाजपा की आलोचना
बेंगलूरु. मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी ने जेएसडब्लू स्टील ग्रुप को जमीन बेचने, सूखा प्रबंधन, कृषि ऋण माफी में विलंब, आइएमए धोखाधड़ी प्रकरण सहित विभिन्न मांगों को लेकर भाजपा के दिन-रात के धरने को गंभीरता से लेते हुए कहा कि वे इन तमाम मसलों पर विपक्ष से चर्चा को तैयार हैं।
दिल्ली प्रवास पर गए मुख्यमंत्री ने इस संबंध में विपक्ष के नेता बीएस येड्डियूरप्पा को पत्र लिखा जिसे लेकर पशुपालन मंत्री वेंकटराव नाडग़ौड़ा रविवार सुबह भाजपा के धरना स्थल पर पहुंचे और मुख्यमंत्री का पत्र येड्डियूरप्पा को सौंपा।
येड्डियूरप्पा को लिखे पत्र में मुख्यमंत्री ने कहा कि जिंदल स्टील कंपनी को जमीन बेचने के निर्णय पर पुनर्विचार के लिए मंत्रिमंडलीय उपसमिति का गठन किया गया है। किसानों के ऋण माफ करने की योजना को सफलतापूर्वक लागू किया जा रहा है। सूखा राहत कार्य सुचारू रूप से चलाए जा रहे हैं और राज्य की जनता को किसी भी प्रकार की कठिनाई का सामना नहीं करना पड़े इसके लिए सभी आवश्यक कदम उठाए गए हैं। इन तमाम मसलों पर वे भाजपा नेताओं के साथ चर्चा को तैयार हैं। भेंंट के लिए समय तय कर दें तो बैठक बुलाने की सभी व्यवस्थाएं कर दी जाएगी।
जनता की मांगों को लेकर संघर्ष
येड्डियूरप्पा से धरना स्थल पर भेंट कर मुख्यमंत्री का पत्र सौंपने के दौरान मंत्री नाडगौड़ा ने भाजपा नेताओं से कहा कि आपकी तमाम मांगों पर मुख्यमंत्री कुमारस्वामी बातचीत के लिए तैयार हैं। इतना ही नहीं, सरकार ने कृषि ऋण माफ करने की दिशा में पहले ही अनेक त्वरित कदम उठाए हैं। लेकिन भाजपा नेताओं ने कहा कि वे जनता की मांगों को लेकर संघर्ष कर रहे हैं। सरकार ने किसानों का 45 हजार करोड़ रुपए का ऋण माफ करने का वादा किया था लेकिन अब तक केवल 9 हजार करोड़ रुपए ही माफ किए गए हैं। सरकार आइएमए घोटाले की जांच का जिम्मा एसआइटी को सौंप कर मामले को दबाने का प्रयास कर रही है। सूखे के गंभीर हालात से निपटने का कोई प्रयास नहीं किया गया है।
खाली हाथ लौटे मंत्री नाडग़ौड़ा
नाडगौड़ा ने संवाददाताओं से कहा कि किसानों का ऋण माफ करने के मसले पर सरकार का रुख खुला है। सूखे के हालात से निपटने के लिए पहले ही कईस्तर पर कार्रवाई हो रही है। विपक्ष की तमाम मांगों पर चर्चा के लिए मुख्ययंत्री ने खुला मन रखा है। लेकिन विपक्ष सरकार के खिलाफ आधारहीन आरोप लगा रहा है।
मुख्यमंत्री ने की भाजपा की आलोचना
इस बीच, मुख्यमंत्री ने ट्विटर पर लिखा कि राज्य के विकास के बारे में चर्चा के लिए विपक्षी नेताओं को आमंत्रित करने के लिए मैंने मंत्रिमंडल के सहयोगी वेंकटराव नाडग़ौड़ा को पत्र के साथ भेजा। उम्मीद थी कि वे चर्चा के लिए समय तय करते। लेकिन भाजपा का असली रंग उजागर हो गया है क्योंकि उन्हें विकास आधारित चर्चा नहीं बल्कि सस्ता प्रचार चाहिए।
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