येड्डियूरप्पा को लिखे पत्र में मुख्यमंत्री ने कहा कि जिंदल स्टील कंपनी को जमीन बेचने के निर्णय पर पुनर्विचार के लिए मंत्रिमंडलीय उपसमिति का गठन किया गया है। किसानों के ऋण माफ करने की योजना को सफलतापूर्वक लागू किया जा रहा है। सूखा राहत कार्य सुचारू रूप से चलाए जा रहे हैं और राज्य की जनता को किसी भी प्रकार की कठिनाई का सामना नहीं करना पड़े इसके लिए सभी आवश्यक कदम उठाए गए हैं। इन तमाम मसलों पर वे भाजपा नेताओं के साथ चर्चा को तैयार हैं। भेंंट के लिए समय तय कर दें तो बैठक बुलाने की सभी व्यवस्थाएं कर दी जाएगी।
जनता की मांगों को लेकर संघर्ष
खाली हाथ लौटे मंत्री नाडग़ौड़ा
नाडगौड़ा ने संवाददाताओं से कहा कि किसानों का ऋण माफ करने के मसले पर सरकार का रुख खुला है। सूखे के हालात से निपटने के लिए पहले ही कईस्तर पर कार्रवाई हो रही है। विपक्ष की तमाम मांगों पर चर्चा के लिए मुख्ययंत्री ने खुला मन रखा है। लेकिन विपक्ष सरकार के खिलाफ आधारहीन आरोप लगा रहा है।
इस बीच, मुख्यमंत्री ने ट्विटर पर लिखा कि राज्य के विकास के बारे में चर्चा के लिए विपक्षी नेताओं को आमंत्रित करने के लिए मैंने मंत्रिमंडल के सहयोगी वेंकटराव नाडग़ौड़ा को पत्र के साथ भेजा। उम्मीद थी कि वे चर्चा के लिए समय तय करते। लेकिन भाजपा का असली रंग उजागर हो गया है क्योंकि उन्हें विकास आधारित चर्चा नहीं बल्कि सस्ता प्रचार चाहिए।