इस अवसर पर उन्होंने कहा कि लाकडाउन के दौरान बच्चों की शिक्षा के मकसद से लान्च किया गया यह यू-ट्यूूब चैनल सही वक्त पर उठाया गया एक उपयुक्त कदम है और यह एक अच्छी व सार्थक पहल है। उन्होंने कहा कि तकनीक के सदुपयोग का यह एक सटीक उदाहरण है और वे चैनल लान्च करने के लिए शिक्षा मंत्री सुरेश कुमार व शिक्षा विभाग के अधिकारियों को बधाई देते हैं।
लाकडाउन के कारण स्कूलों से दीर्घकाल तक दूर रहने वाले बच्चों के बौद्धिक विकास की दिशा में यह कदम सार्थक सिद्ध होगा और इससे अभिभावकों को भी तनिक सुकून मिलेगा। उन्होंने कहा कि लाकडाउन के कारण घरों में रहने वाले बच्चों को कहानियों, गीतों, संगीत कला, फिल्म,लघु नाटकों,वृत चित्रों,कहावतों, जादू के करतबों का इस्तेमाल करके यह चैनल बच्चों को क्रियाशील गतिविधियों में व्यस्त रखने में सहायक सिद्ध होगा।
इस यू- ट्यूब चैनल पर प्रसारित किए जाने वाले बाल क्रियाशील कार्यक्रमों को टीवी,रेडियो तथा सोशियल मीडिया पर भी प्रसारित करने के कदम उठाए जाएंगे। उन्होंने कहा कि इस चैनल पर प्रसारित किए जाने वाले कार्यक्रमों की संपादकीय टीम बच्चों को किस तरह क्रियाशील बनाया जाए इस बात को ध्यान में रखकर प्रसारित किए जाने वाले कार्यक्रमों का चयन करेगी ताकि बच्चों की बौद्धिक क्षमता का विकास किया जा सके।
बच्चों व अभिभावकों को इस चैनल को सब्सक्राइब करके इसका लाभ उठाना चाहिए। यह चैनल बच्चों को मनोविकास में मददगार साबित होगा। उन्होंने बताया कि चैनल का प्रसारण प्रतिदिन सुबह 10.30 बजे से शुरू होगा और उस समय शिक्षकों व अभिभावकों को अपने इन्टरनेट युक्त मोबाईल फोन बच्चो ंको देने की अपील की जाती है। स्कूलों के पुन: शुरू होने तक प्रतिदिन इस चैनल पर एक घंटे तक कार्यक्रमों का प्रसारण किया जाएगा।