शुक्रवार को संवाददाताओं से बातचीत में येडियूरप्पा ने कहा कि विधान परिषद सदस्य ए एच विश्वनाथ ने हाल ही जो बयान दिया है उस पर कार्रवाई को लेकर आलाकमान फैसला करेगा।
मालूम हो कि विश्वनाथ ने येडियूरप्पा के बेटे एवं पार्टी उपाध्यक्ष बी वाई विजयेंद्र की प्रशासन में दखलअंदाजी का आरोप लगाया था। उन्होंने एक सिंचाई परियोजना में रिश्वत का आरोप भी लगाया था। मुख्यमंत्री ने इन आरोपों को बेबुनियाद बताया।
मालूम हो कि विश्वनाथ ने येडियूरप्पा के बेटे एवं पार्टी उपाध्यक्ष बी वाई विजयेंद्र की प्रशासन में दखलअंदाजी का आरोप लगाया था। उन्होंने एक सिंचाई परियोजना में रिश्वत का आरोप भी लगाया था। मुख्यमंत्री ने इन आरोपों को बेबुनियाद बताया।
यह कोई नई बात नहीं सीएम ने कहा कि एक-दो लोग मीडिया में कुछ बयान दे रहे हैं जिसकी वजह से गलतफहमी पैदा हो रही है अन्यथा राज्य में कोई राजनीतिक संकट नहीं है। उन्होंने कहा कि यह कोई नई बात नहीं, कुछ लोग हमेशा मेरे खिलाफ रहे हैं।
उन्होंने बताया कि 60 विधायकों ने पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव अरूण सिंह से मुलाकात की लेकिन सवाल उठाने वाले एक-दो लोगों को उनसे मिलने की अनुमति नहीं दी गई।
उन्होंने बताया कि 60 विधायकों ने पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव अरूण सिंह से मुलाकात की लेकिन सवाल उठाने वाले एक-दो लोगों को उनसे मिलने की अनुमति नहीं दी गई।
मालूम हो कि राज्य में सत्तारूढ़ भाजपा के कुछ नेता येडियूरप्पा की नेतृत्व क्षमता को लेकर सवाल उठाते रहे हैं। हालांकि अरुण सिंह ने येडियूरप्पा को पद से हटाने की अटकलों को खारिज करते हुए ऐसी संभावना से इनकार किया है।